छत्तीसगढ़ में मानव तस्करी का एक बेहद भयावह मामला सामने आया है.. यहां एक 18 वर्षीय युवती को 7 महीने में 7 बार अलग-अलग लोगों को बेचा गया और फिर एक विक्षिपत के हांथों सौंप दिया। इन सबसे तंग आकर आखिर में लड़की ने आत्महत्या कर ली।
दरअसल इस मामले का खुलासा तब हुआ जब जशपुर जिले से किशोरी को अगवा करने वाले आरोपियों ने उसके माता-पिता को फोन किया और पैसे वापस मांगने लगे। पुलिस के मुताबिक 3 जुलाई 2020 को जशपुर से छतरपुर के आरोपियों ने उसे अगवा किया और पिता से फिरौती मांगी, पैसे नहीं मिलने पर उसे मध्य प्रदेश के छतरपुर में रहने वाले एक युवक को लड़की बेच दी। उसके बाद खरीदने वाले ने कुछ दिन साथ रखा और फिर उसका सौदा कर दिया। उसके बाद रनगांव और फिर पीड़ित युवती को ललितपुर के एक शख्स को बेचा गया।ललितपुर के शख्स ने उसकी शादी मानसिक रूप से परेशान अपने बेटे से करवा दी।
जशपुर जिले के कांसाबेल पुलिस के मुताबिक इलाके की लड़की को एमपी के छतरपुर जिले के दंपती अजय राय और उसकी पत्नी सविता राय ने कुल्लू रैकवार को 20 हजार रुपए में बेच दिया था। कुल्लू ने युवती को नरवा निवासी हरेंद्र सिंह बुंदेला को बेचा, हरेंद्र ने दतिया के राजपाल सिंह को बेचा, राजपाल सिंह ने देशराज कुशवाहा को बेचा और देशराज कुशवाहा ने यूपी के ललितपुर जिले के रहने वाले मुन्ना कुशवाहा को बेचा। अंत में मुन्ना कुशवाहा ने लड़की को 70 हजार में संतोष कुशवाहा को बेच दिया. जहां संतोश ने उसकी शादी अपने मानसिक रोगी बेटे के साथ कर दी।
बताया जा रहा है कि इस दौरान लड़की के साथ लगातार युवकों ने रेप किया, फिर दिल भरने पर उसे बेच दिया गया। लगातार आदमी के बदलने और फिर रोजाना बलात्कार जैसी वारदात को अंजाम देने की वजह से लड़की आजिज हो गई, जिसके बाद 10 सितंबर को पीड़ित ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। हैरान और शर्मसार कर देने वाले इस मामले में पुलिस ने महिला समेत 7 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है।