भोपाल। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद नंदकुमारसिंह चौहान ने बीते सोमवार को देर शाम अनुसूचित जनजाति मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के बाद जनजाति के कल्याण के लिए पहली बार जब अटलजी के नेतृत्व में केन्द्र में सरकार बनी, प्रथक जनजाति कल्याण मंत्रालय गठित कर जुएल ओराम और फग्गनसिंह कुलस्ते को मंत्रालय की कमान सौंपी गयी।
कांग्रेस ने तो गरीबी का दोहन किया और गरीबी हटाओं का नारा देकर सत्ता हथियाने का काम भर किया। जनजाति समुदाय की स्वतंत्रता संग्राम में महती भूमिका रही। भारतीय जनता पार्टी ने जनजाति के महापुरूषों को सम्मान दिया और उनकी स्मृति को अजर-अमर बनाने के लिए स्मारक बनाये और पुरस्कार घोषित किए है। उन्होंने कहा कि समय आ गया है कि जनजाति परिवार कांग्रेस से हिसाब तलब करे। कांग्रेस के बहकावे में जनता नहीं आए इसलिए मोर्चा कार्यकर्ताओं को जन जन से कांग्रेस की कारगुजारी से अवगत कराना है।
बता दें कि सात ही उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के बाद भाजपा ने अनुन्नत वर्ग को समुन्नत बनाने का महत्वाकांक्षी कार्यक्रम हाथ में लिया है। आदिवासी उर्जावान छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए सरकारी खर्च पर विदेश भेजा जा रहा है। रवि बानवी और चन्द्रकांता महोबिया जैसे अनेक आदिवासी बेटा- बेटी विदेशों में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे है।
बीजेपी की नीति और नीयत साफ है जबकि कांग्रेस की नीति और नीयत में खोट थी, इसलिए इनके उत्थान का कार्य नहीं किया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व में आदिवासी समुदाय को सामाजिक, आर्थिक समुन्नति के लिए प्रोत्साहन दिया गया है। जनजाति को नई पहचान मिली है। बिरसा मुंडा, तात्या भील, शंकर शाह, रानी दुर्गावती जैसी महापुरूषों के योगदान को स्वीकृती दी गयी है। उनके सम्मान में स्मारक स्थापित किये गये है।
वहीं जनजाति परिवारों के चंहुमुखी विकास का मार्ग भाजपा सरकार ने प्रशस्त किया है। समय आ गया है कि राज्य सरकार की सुविधाओं का लाभ उठाकर स्वावलंबी और प्रगतिशील किसान, सफल उद्यमी बने। कांग्रेस ने राजनैतिक हितों के लिए जनजाति को बांटा है। उसके मंसूबों को सजग रहकर विफल करे। काम के आधार पर भारतीय जनता पार्टी और सरकार को समर्थन और आशीर्वाद देकर सशक्त बनाए। अनुसूचित जनजाति मोर्चा कार्यकर्ता सरकार की उपलब्धियों और कार्यक्रमों से समुदाय को रूबरू करें।