लखनऊ: बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों के लिए नए निर्देश जारी किए गए हैं। जिसमें सभी को अपनी संपत्तियों का ब्यौरा देना होगा, नए आदेश में कहा गया है कि 20 जुलाई से पहले अपनी संपत्ति की पूरी जानकारी सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को देनी होगी। इतना ही नहीं, लंबे से समय से एक ही मंडल में टिके कर्मियों का तबादला भी किया जाना है।
इस तरह देना होगा ब्यौरा
जब कर्मचारियों की पहली नियुक्ति हुई थी, उस समय का और उसके बाद प्रत्येक 5 साल की चल और अचल दोनों संपत्तियों की जानकारी विभाग देनी होगी। इसके लिए मानव संपदा पोर्टल का निर्धारण किया गया है, जहां सभी अधिकारी और कर्मचारी अपनी संपत्तियों का डाटा दे सकते हैं।
ना देने पर होगी विजिलेंस जांच
बेसिक शिक्षा विभाग में कर्मियों पर नजर बनाए रखने के लिए संपत्ति का ब्यौरा मांगा जा रहा है। इससे भ्रष्टाचार और अन्य मामलों की पूरी पड़ताल करने में मदद मिलेगी। ऐसे कर्मचारी जो अपनी संपत्ति का ब्यौरा निर्धारित समय सीमा के अंदर नहीं देंगे, उन्हें विजिलेंस जांच से गुजरना होगा।
लंबे समय से टिके अधिकारियों का होगा तबादला
बेसिक शिक्षा विभाग में कई ऐसे अधिकारी हैं, जो लंबे समय तक एक ही जगह पर टिके हुए हैं और उनका तबादला नहीं किया गया है। ऐसे सभी अधिकारियों की लिस्ट बनाई जा रही है और जल्दी उनका तबादला कर दिया जाएगा।
3 साल एक ही जगह रहे तो होगा तबादला
अधिकारियों का एक जगह से दूसरी जगह तबादला करके माहौल और प्रशासनिक ढांचे को बेहतर करने की कोशिश की जाती है। कई ऐसे बाबू हैं, जो एक ही जगह पर 3 साल से अधिक समय से डटे हुए हैं। एक ही मंडल और जिले में टिके कर्मियों का 10 जुलाई तक तबादला होगा। यह आदेश अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा के द्वारा जारी किया गया है
इनका तबादला अनिवार्य
कई ऐसे अधिकारी हैं, जो अपने आप को एक ही स्थान पर जमा लेते हैं। इसके बाद वहीं से रिटायरमेंट भी लेते हैं। जबकि समय-समय पर तबादला किया जाना प्रशासनिक ढांचे की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है। बेसिक शिक्षा विभाग में भी खंड शिक्षा अधिकारी, समूह ग के लेखाकार, सहायक लेखाकार, वरिष्ठ संप्रेक्षक और अन्य कई ऐसे पद हैं, जिनका अनिवार्य रूप से तबादला किया जाना है।