केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में बड़ा उलटफेर करते हुए भाजपा ने मेयर पद पर फिर से कब्जा कर लिया है। इस बार भाजपा की ओर से सरबजीत कौर को चंडीगढ़ का मेयर बनाया गया है| गौरतलब है कि चंडीगढ़ निकाय चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी आम आदमी पार्टी ने मेयर चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है। चुनाव के बाद मेयर पद की कुर्सी के पीछे आम आदमी पार्टी के सभी पार्षदों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
आपको बता दें चंडीगढ़ निकाय चुनाव में भाजपा के खाते में 12 सीटें गई थी वही आम आदमी पार्टी ने 14 सीट हासिल हुई थी। कांग्रेस से निकाले जाने के बाद देवेंद्र सिंह बबला अपने नवनिर्वाचित पार्षद पत्नी हरप्रीत कौर बबला के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे। जबकि भाजपा की सांसद किरण खेर को भी एक वोट डालने का अधिकार था। इस पूरे उलटफेर के बाद भाजपा के पास 14 सीट हो गए थे।
आपको बता दे भाजपा के पूर्व पार्षद जगतार सिंह जग्गा की पत्नी चरणजीत कौर को भाजपा की ओर से मेयर पद का उम्मीदवार बनाया गया था। वहीं आम आदमी पार्टी से अंजू कत्याल को मेयर पद का प्रत्याशी घोषित किया गया था। कांग्रेस की ओर से चुनाव में इस प्रकार की कोई घोषणा नहीं हुई थी वहीं कांग्रेस की ओर से अपने प्रत्याशी का नामांकन मेयर पद के लिए नहीं किया गया था।
वही सभी पार्टियों को अपने पार्षदों की खरीद-फरोख्त का डर था। इसीलिए कांग्रेस ने अपने सभी पार्षदों को राजस्थान के जयपुर में भेज दिया था। जो आज ही लौटे हैं। वही आम आदमी पार्टी के सभी पार्षद दिल्ली के कसौला आए और फिर चंडीगढ़। वहीं भाजपा ने अपने सांसदों को शिमला भेज दिया था। इन सभी पार्षदों की शुक्रवार शाम यहां वापसी हुई। आपको बता दें 1 जनवरी को निर्वाचित 35 पार्षदों ने शपथ ले ली है।