तिरुवनंतपुरम। केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित नए पासपोर्ट को लेकर केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमेन चांडी ने नाराजगी जाहिर की है। चांडी ने केंद्र सरकार द्वारा 10वी तक अनुत्तीर्ण नागरिकों के लिए नारंगी पासपोर्ट जारी करने के प्रस्ताव पर नाराजगी जाहिर करते हुए इसे भेदभावपूर्ण बताया है। उन्होंने इस प्रस्ताव का विरोध करते हुए मांग की कि इसे आगे नहीं बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह का कृत्य भारतीय नागरिकों को दो तरह से विभाजित किया जा रहा है क्योंकि इसमें एक शिक्षा के आधार पर दूसरा बिना शिक्षा के आधार पर दिया जा रहा है।
चांडी ने आगे कहा कि अगर ये प्रस्ताव वास्तविकता का रुप लेती है तो नारंगी पासपोर्ट धारकों को विदेशों में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। दूसरे देशों में उनके पासपोर्ट के आधार पर उनके साथ गलत व्यवहार किया जाएगा जिसका प्रभाव उनके चरित्र और व्यक्तित्व पर उल्टा पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा बिल्कुल नहीं किया जाना चाहिए। चांडी ने आगे कहा कि हमारे कई देशवासियों ने मध्य-पूर्व देशों में कई कठिन परिस्थितियों में भी कठोर परिश्रम किया है और उनकी कड़ी मेहनत राज्य और देश की प्रगति में सहायक होती है। केंद्र सरकार के प्रवास विभाग के प्रमुख इरुदायराजन ने भी सरकार के इस प्रस्तावित कदम की निंदा की।