बीते रविवार उत्तरांखड के चमोली में हिम हादसे के बाद सबसे बड़ी चुनौती अब वहां जन-जीवन बचाने की है, जिसके लिए केंद्र सरकार से लेकर लेकर राज्य सरकार हर सम्भव प्रयास कर रही है। राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत लगातार प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर हालात का जायजा ले रहे हैं।
मंगलवार को सीएम रावत ने आपदा प्रभावित सीमांत गांव क्षेत्र रैणी जाकर वहाँ की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान सीएम ने ग्रामीणों से मुलाकात कर उन्हें हर सम्भव सहायता के लिए आश्वस्त किया। उन्होंने जिलाधिकारी चमोली को निर्देश दिये कि कनेक्टीवीटी से कट गये गांवों में आवश्यक वस्तुओं की कमी न रहे। गौरतलब है कि रविवार को तपोवन क्षेत्र में हुई भीषण त्रासदी मे जिले के जोशीमठ ब्लाक के सीमांत क्षेत्र के 13 गांवो का सडक संपर्क टूट गया था।
वहीं तपोवन के एनटीपीसी की टनल में फंसे लोगों का रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है, टनल से जिंदा निकाले गए 12 लोगों का इलाज चल रहा है। मुख्यमंत्री आपदा में घायल हुए लोगों से मिलने अस्पताल भी पहुंच चुके हैं।
बता दें कि चमोली हादसे में 197 लोग अभी भी लापता है. जिन्हें SDRF,ITBP बचाने में लगी हुई है.. मौत के मंजर के बीच जिंदगी की तलाशने के लिए स्निफर डॉग का सहारा लिया जा रहा है। इसके साथ ही अबतक राहत दलों ने 26 शवों को बरामद किया है, जबकि 35 लोगों के टनल में अभी भी होने की आशंका है।