कानपुर: मास्क लगाना सबसे प्राथमिक जरूरतों में से एक है, लेकिन इसके बाद भी महामारी के समय कई ऐसे लोग हैं जो बिना मास्क के दिखाई दे जाते हैं। ऐसा ही नजारा कानपुर में पुलिस आवास निगम में देखने को मिला, जहां जेई साहब बिना मास्क के थे और उनका चालान काट दिया गया।
10000 रुपये का कटा चालान
यह दूसरी बार था जब जेई बिना मास्क के दिखाई दिए थे, ऐसे में उनका ₹10000 का चालान काटा गया। उत्तर प्रदेश में अभी भी मास्क, उचित दूरी और सैनिटाइजेशन को प्राथमिकता के तौर पर लागू किया गया है। किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जा रहा है। लॉकडाउन खुलने के बाद भी सभी लोगों से मास्क लगाने की और गाइडलाइन का पालन करने की बात कही जा रही है, लेकिन कानपुर में आए दिन इसका उल्लंघन देखने को मिलता है।
इन जिलों ने तोड़ा रिकॉर्ड
उत्तर प्रदेश के कई ऐसे जिले हैं, जहां बिना मास्क लगाने वालों का खूब चालान काटा गया। 28 मई तक अकेले कानपुर में 3 लाख से अधिक चालान काटे गए, जिनसे लगभग 1.75 करोड़ रुपए की रकम वसूली गई। सबसे ज्यादा चालान उत्तर प्रदेश में वाराणसी जिले में काटा गया, जहां 3.21 लाख लोगों का चालान काटा गया। जुर्माना वसूली के मामले में बरेली पहले नंबर पर रहा, जहां ₹6,33,00,000 जुर्माने में वसूले गए। वहीं लखनऊ में यह तीन करोड़ 75 लाख रहा, प्रयागराज में 3.12 करोड़ रुपए जुर्माने के तौर पर वसूले गए।