September 27, 2023 3:20 pm
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Chaitra Navratri 2022: नवरात्रि के छठे दिन ऐसे करें मां कात्यायनी की पूजा, जानें विधि मंत्र और आरती

maa Chaitra Navratri 2022: नवरात्रि के छठे दिन ऐसे करें मां कात्यायनी की पूजा, जानें विधि मंत्र और आरती

Chaitra Navratri 2022: नवरात्रि का पावन पर्व पर्व नौ दिनों तक बड़े ही धूम- धाम से मनाया जाता है। 7 अप्रैल, 2022 को नवरात्रि का छठा दिन है। नवरात्रि के छठे दिन मां के छठे स्वरूप मां कात्यायनी की पूजा- अर्चना की जाती है।

मां कात्यायनी का स्वरूप अंत्यत भव्य और चमकीला है। मां की चार भुजाएं हैं और मां का वाहन सिंह है। माना जाता है कि जो भक्त सच्चे मन से इनकी पूजा करता है उसकी हर मनोकामना पूरी होती है। आइए जानते हैं मां कात्यायनी की पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, महत्व, भोग और आरती

मां कात्यायनी मंत्र

कात्यायनी महामाये, महायोगिन्यधीश्वरी
नन्दगोपसुतं देवी, पति मे कुरु ते नमः

या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:

चन्द्रहासोज्ज्वलकरा शार्दूलवरवाहना
कात्यायनी शुभं दद्याद् देवी दानवघातिनी

कात्यायनी माता की आरती

जय जय अंबे, जय कात्यायनी
जय जगमाता, जग की महारानी

बैजनाथ स्थान तुम्हारा
वहां वरदाती नाम पुकारा

कई नाम हैं, कई धाम हैं
यह स्थान भी तो सुखधाम है

हर मंदिर में जोत तुम्हारी
कहीं योगेश्वरी महिमा न्यारी

हर जगह उत्सव होते रहते
हर मंदिर में भक्त हैं कहते

कात्यायनी रक्षक काया की
ग्रंथि काटे मोह माया की

झूठे मोह से छुड़ाने वाली
अपना नाम जपाने वाली

बृहस्पतिवार को पूजा करियो
ध्यान कात्यायनी का धरियो

हर संकट को दूर करेगी
भंडारे भरपूर करेगी

जो भी मां को भक्त पुकारे
कात्यायनी सब कष्ट निवारे

जय जय अंबे, जय कात्यायनी
जय जगमाता, जग की महारानी

शुभ मुहूर्त-

  • ब्रह्म मुहूर्त- 04:34 ए एम से 05:20 ए एम
  • अभिजित मुहूर्त- कोई नहीं
  • विजय मुहूर्त- 02:30 पी एम से 03:20 पी एम
  • गोधूलि मुहूर्त- 06:29 पी एम से 06:53 पी एम
  • अमृत काल- 04:06 पी एम से 05:53 पी एम
  • निशिता मुहूर्त- 12:00 ए एम, अप्रैल 07 से 12:46 ए एम, अप्रैल 07
  • सर्वार्थ सिद्धि योग- पूरे दिन

मां कात्यायनी की पूजा का महत्व

  • धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां कात्यायनी की पूजा- अर्चना करने से विवाह में आ रही परेशानियां दूर हो जाती हैं।
  • मां कात्यायनी की पूजा करने से कुंडली में बृहस्पति मजबूत होता है।
  • मां कात्यायनी को शहद का भोग लगाने से सुंदर रूप की प्राप्ति होती है।
  • मां कात्यायनी की विधि- विधान से पूजा- अर्चना करने से सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।
  • शत्रुओं का भय समाप्त हो जाता है।
  • मां कात्यायनी की कृपा से स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से भी छुटकारा मिल जाता है।

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