राज्य में किसानों का कर्ज माफी को लेकर वित्त मंत्री अरूण जेटली का बयान सामने आया है। जेटली का कहना है कि राज्य में किसानों के कर्ज माफी की मांग को सरकार ने मान ली है। लेकिन किसानों का कर्ज माफ करने के लिए सरकार को खुद पैसा जमा करना होगा इसके लिए केंद्र सरकार पैसा मुहैया नहीं कराएगी। महाराष्ट्र में किसानों ने अपनी मांग को लेकर काफी सारा प्रदर्शन किया ऐसे में रविवार को सरकार ने किसानों की मांग को मान कर कर्ज माफी का ऐलान कर दिया है।
RBI (रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया) ने कुछ वक्त पहले ही किसानों का कर्ज माफ करने से वित्तीय मोर्च में हालात खराब होने की और इससे महंगाई बढ़ने की आशंका जताई है। रिजर्व बैंक का कहना है कि सरकार द्वारा कर्ज माफ कर देने से ऐसे किसानों में गलत संदेश जाता है जो वक्त पर बैंक को अपना कर्ज चुका देते हैं। सोमवार को यूनियन फाइनेंस मिनिस्टर ने पीएसयू बैंकों के साथ एक बैठक की इस बैठक में उन्होंने एनपीए का इस बारे में विचार जाना। जिसके बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए उन्होंने बताया कि किसानों का कर्ज माफ करना सिक्युरिटी बैंकों के लिए एक काफी बड़ा मुद्दा सामने निकल कर आया है।
वही अरूण जेटली का कहना है कि वित्तीय वर्ष में बैंकों को 574 करोड़ का प्रॉफिट हुआ है। जेटली ने बताया कि साल 2016-17 के वित्तीय वर्ष में बैंकों को प्रॉफिट हुआ है। 574 करोड़ का यह आंकड़ा प्रोविजनिंग के बाद का आंकड़ा है।