भाई बहन के रिश्ते और प्यार से बंधा ये त्योहार सोमवार को पूरे देश में पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है।
नई दिल्ली। भाई बहन के रिश्ते और प्यार से बंधा ये त्योहार सोमवार को पूरे देश में पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधने के लिए भाई के घर पहुंच गई है। जो बहने भाई के घर नहीं पहुंच पाई हैं उन्होंने अपने भाई को घर राखी भेजी है। बता दें कि ये त्योहार पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस साल त्योहार को भगवान शिव की खास कृप्या मिली है। क्योंकि सर्वार्थ-सिद्धि योग आयुष्मान योग के चलते दीर्घायु का वर प्रदान करेगा। ज्योतिष का कहना है कि इस साल चतुर्योग रक्षाबंधन को खास बना रहा है।
इस साल त्योहार पर भाई बहन एक दूसरे को खूब बधाई दे रहे हैं। बता दें कि इस साल का रक्षाबंधन इसलिए भी खास है क्योंकि इस साल रक्षाबंधन पर पूर्णिमा के साथ-साथ सावन का आखिरी सोमवार भी पड़ रहा है। इसके अलावा पूरे दिन महादेव की कृप्या बरसती रहेगी। जिसके कारण रक्षाबंधन का दिन और भी शुभ हो जाएगा।
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पंडित जी ने राखी बांधने को लेकर कहा कि सुबह 9 बजकर 28 मिनट तक भद्रा रहेगी। इसलिए सभी बहेन भद्रा खत्म होने के बाद भाईयों को राखी बांधे। भद्रा खत्म होने के साथ ही राहुकाल भी खत्म हो जाएगा। उसके बाद हर घड़ी शुभ होगी बहने इस बीच कभी भी राखी बाँध सकती हैं। इसमें आयुष्मान इको सर्वार्थ सिद्धि योग बुधादित्य योग व शनि चंद्र के मिलन से विश्व योग यानी चतुर्योग बन रहे हैं।
राखी बंधन का मुहूर्त
शुभ योग : सुबह 9:29 से 10:46 तक
अभिजीत मुहूर्त : दोपहर 12:00 से 12:53 तक
अपराहन मुहूर्त : दोपहर 1:48 से शाम 4:29 तक
लाभ मुहूर्त : दोपहर 3:48 से शाम 5:29 तक
संध्या अमृत मुहूर्त : शाम 5:29 से 7:10 तक
प्रदोष काल : शाम 7:06 से रात 9:14 तक
राखी बांधने का तरीका
राखी बाँधने के लिए सबसे पहले बहने थाली सजाएं। उसके बाद थाली में रोली, कुमकुम, अक्षत, पीली सरसों के बीज, दीपक और राखी रखें। इसके बाद भाई को तिलक लगाकर उसके दाहिने हाथ में रक्षा सूत्र यानी कि राखी बांधें। राखी बांधने के बाद भाई की आरती उतारें, फिर भाई को मिठाई खिलाएं। राखी बांधने के बाद भाइयों को इच्छा और सामर्थ्य के अनुसार बहनों को भेंट देनी चाहिए।