नई दिल्ली। कोरोना महामारी के कारण पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई का सिस्टम बदल गया। इस महामारी में बच्चों की पढ़ाई पर सबसे ज्यदा असर पड़ा है। अभी देश में कोरोना के मरीजों की संख्या दिनों दिन बढ़ रही है। जिसके चलते देश के कई हिस्सों में अभी भी स्कूल-काॅलेजों को बंद रखा गया है। इसी बीच 10वीं और 12वीं के बच्चों को सबसे ज्यादा कठनाईं का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि इस बार उन बच्चों की बोर्ड की परीक्षा है। जिसको ध्यान में रखते हुए CBSE ने शैक्षिक सत्र 2020-21 के लिए 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षा के पैर्टन में बदलाव कर दिया है। जिसे सैंपल पेपर से चैक किया जा सकता है।
यह बदलाव इसी सत्र से होगा लागू –
बता दें कि सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं कक्षा के परीक्षा पैटर्न में बदलाव किया है। यह बदलाव इसी सत्र अर्थात शैक्षिक सत्र 2020-21 से लागू होगा। परीक्षा के पैटर्न में यह बदलाव सैपल पेपर से चेक किया जा सकता है। जिसे ऑफिशियल वेबसाइट पर सैंपल पेपर के जरिए चेक किया जा सकता है। इस बदलाव के तहत ही सीबीएसई के 10वीं के हिंदी विषय में अब केवल दो ही खंड में प्रश्न रहेंगे। प्रथम खंड में केवल वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न होंगें जबकि द्वितीय खंड में लघु और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न पूछे जाएंगे। अभी तक हिंदी में चार खंड में प्रश्न पूंछे जाते थे। हिंदी के प्रथम खंड में 40 मार्क्स और द्वितीय खंड में 40 अंक के सवाल रहेंगे। सीबीएसई ने इसी प्रकार का बदलाव 12वीं के इंगलिश विषय में भी किया है। अभी तक इंगलिश में तीन खंड में प्रश्न पूछे जाते थे। परंतु अब दो खंड में प्रश्न पूंछे जायेंगें। पहले खंड में बहुविकल्पीय प्रकार के प्रश्न और दूसरे खंड में लघु तथा दीर्घ उत्तरीय प्रश्न रहेंगे। सीबीएसई बोर्ड ने यह बदलाव सत्र 2021 की परीक्षा के लिए किया है।
जीवविज्ञान के प्रश्नपत्र में पांच की जगह चार भाग होंगे-
इसके अलावा 12वीं जीवविज्ञान के प्रश्नपत्र में पांच की जगह चार भाग होंगे। साथ में प्रश्नों की संख्या 27 से बढ़ाकर 33 कर दी गयी है। इस प्रकार मनोविज्ञान में इस साल वस्तुनिष्ठ प्रश्न की संख्या 17 से बढ़ाकर 21 कर दी गयी है। इसी तरह सीबीएसई बोर्ड ने कला संकाय के कई विषयों में प्रश्न पत्र की संख्या घटाई गयी है। बोर्ड के कक्षा 12वीं में इस बार मल्टीपल च्वाइस वाले प्रश्नों की संख्या 18 की जगह 15 कर दी गई है। इनमें से केवल 14 प्रश्नों के जबाब ही देने हैं। परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा कि बदलाव की जानकारी सैंपल पेपर से दे दी गयी है।