उन्नाव रेप केस में सीबीआई ने आरोपी बीजेपी एमएलए को हिरसत में ले लिया है। ज्ञात हो तो पिछले दस महीने से इस केस में पुलिस कार्रवाई कर रही है। लेकिन जो एक्शन पुलिस दस महीने में नहीं ले पाई सीबीआई ने वह काम सिर्फ 10 घंटों में कर दिखाया है।
अगर गौर करें तो इतने दिनों में सिर्फ मामले पर पुलिस काम कर रही है इसके अलावा कुछ सुनने को नहीं या ज्यादा से ज्यादा आरोपी विधायक ने अपने बचाव में क्या कहा इससे ज्यादा इन दस महीनों की कार्रवाई में सुनने को नहीं आया। वहीं अगर पूरे घटनाक्रम पर ध्यान दें तो जितना समय राज्य सरकार ने सीबीआई से जांच कराने का फैसला करने और केंद्र को सिफारिश भेजने में लगाया, उससे ज्यादा कम समय में सीबीआई ने न सिर्फ एफआईआर दर्ज की बल्कि 10 घंटों के अंदर आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर सीबीआई की हिरासत में था।
दरअसल सरकार ने एसआईटी की रिपोर्ट मिलते ही सीबीआई जांच का फैसला कर लिया था। प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार की ओर से इसकी सूचना भी दे दी गई, लेकिन जांच के लिए सिफारिश करने में 15 घंटे लगा दिए।
ऐसा रहा पूरा घटनाक्रम
दिन : बृहस्पतिवार
दोपहर 03.00 बजे : राज्य सरकार ने केंद्र से सीबीआई जांच की सिफारिश की
शाम 05.00 बजे : केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने सीबीआई जांच के लिए जताई सहमति
शाम 07.00 बजे : डीओपीटी ने प्रक्रिया पूरी करते हुए सीबीआई जांच की अधिसूचना जारी कर दी
रात 09.30 बजे : सीबीआई के एसपी राघवेंद्र वत्स लखनऊ पहुंच गए
रात 10.00-11.00 बजे : एसआईटी रिपोर्ट और उन्नाव में दर्ज मुकदमों के आधार पर सीबीआई ने अपने यहां तीन मुकदमे दर्ज किए
रात 01.00 बजे : सीबीआई के एसपी राघवेंद्र वत्स लखनऊ के एसएसपी से मिलने पहुंचे और विधायक को हिरासत में लेने के लिए मदद मांगी
देर रात 02.00 बजे : लखनऊ रेंज के आईजी सुजीत पांडेय भी एसएसपी आवास पहुंचे
दिन : शुक्रवार
तड़के 04.00 बजे : सीबीआई की एक टीम उन्नाव के लिए रवाना की गई
तड़के 04.30 बजे : विधायक को लखनऊ में इंदिरानगर स्थित आवास से हिरासत में ले लिया गया