ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में होने वाला कॉमन सी बीमारी बन चुकी है. यह फेंफडों के कैंसर के बाद दूसरा बड़ा कैंसर है जो महिलाओं की मृत्यु का कारण बनता जा रहा है. आजकल हर 10 में से 2 महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण देखने को मिलते हैं. ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में सबसे ज्यादा फैलने वाला कैंसर है.
ब्रेस्ट कैंसर के कारण
-बढ़ती उम्र
-जीन्स- 5 से 10 परसेंट ब्रैस्ट कैंसर कुछ जीन्स में म्युटेशन के कारण होता है. अनुवांशिक, यानि आपके परिवार में अगर किसी को ब्रेस्ट कैंसर है तो आपको भी ब्रेस्ट कैंसर होने की सम्भावना बढ़ जाएगी.
-परिवार में कोई बीमारी लगातार चली आ रही हो
-कम उम्र में एबनॉर्मल ब्रेस्ट बॉयोप्सी
-12 साल की उम्र से पहले माहवारी शुरू होना या 55 की उम्र तक बंद न होना
-बच्चे पैदा न करना
-डीएथीलसिल्बेस्ट्रोल जैसी दवाओं का इस्तेमाल
-धूम्रपान करना या अत्यधिक शराब
-मोटापा
ब्रेंस्ट कैंसर को कैसे जांचे
ब्रेस्ट में गांठ होना- महिलाएं रोजाना नहाते समय या कभी भी अपने ब्रेस्ट को छुएं और देखें कि कहीं कोई गाँठ जैसी तो नहीं है.
ब्रेस्ट में गड्ढे पड़ना- अपने ब्रेस्ट पर थोड़ा ध्यान दें कि अगर ब्रेस्ट में किसी प्रकार का कोई गड्ढा प्रतीत हो या निप्पल अंदर धंसते जा रहे हों तो आपको ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है.
ब्रेस्ट में दर्द होना- अगर आपको बिना वजह और लगातार ब्रेस्ट में दर्द रहता हो तो किसी अच्छे कैंसर स्पेशलिस्ट से जरूर जांच कराएं.
ब्रेस्ट में बदलाव- अगर आपके ब्रेस्ट अचानक पहले से काफी ज्यादा मुलायम या फिर बेहद सख्त होते जा रहे हैं तो भी ये चिंता का विषय है.
निप्पल का मुड़ना- महिलाओं से आग्रह है कि रोजाना ब्रेस्ट की जांच करें अगर निप्पल अंदर धंसते या फिर मुड़ते प्रतीत हों तो इसे नजरअंदाज ना करें.
ब्रेस्ट में खुजली- अगर महिला को बिना वजह ब्रेस्ट में खुजली होती हो और यह खुजली काफी समय से चली आ रही हो तो आपको डॉक्टरी जाँच की आवश्यकता है.
ब्रेस्ट में सूजन- ब्रेस्ट में सूजन आना कोई सामान्य बात नहीं है| अगर किसी महिला को अपने ब्रेस्ट में सूजन प्रतीत हो तो बिना देरी किये कैंसर स्पेशलिस्ट डॉक्टर से संपर्क करें.