भटिंडा। सेना के आयुध डिपो भटिंडा में आग लगने की खबर है। सूत्रों की माने तो ये आग सुबह तड़के 5 बजे लगी करीब डेढ़ घंटे बाद आग पर काबू पा लिया गया। लेकिन अभी तक आग के कारणों का पता नहीं चला है। इस पूरी घटना में किसी के हताहत होने की कोई खबर भी नहीं है। बताया जा रहा है कि इस डिपो से सेना की अलग-अलग यूनिटों के लिए गोला-बारूद जाता था। इसके पहले बीते साल सेंट्रल एमयुनिशन डिपो पुलवामा में भीषण आग लगी थी। इस आग के हालत इतने भयावह थे कि 2 सैन्य अधिकारियों की जान चली गई थी।
बताया जा रहा है कि भटिंडा में मौजूद इस डिपो में 105 एमएम और 155 गन के गोला-बारूद को नुकसान पहुंचा है। फिलहाल इस घटना के बाद इसकी जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं। जांच के बाद ही विस्तार से पता चलेगा नुकसान कितने का हुआ है। इसके पहले जांच के दौरान अपने काम-काज में ढिलाई बरतने और खराब प्रदर्शन रखने वाले इंडियन आर्डिनेंस फैक्ट्री सर्विसेज के 13 अधिकारियों पर कार्रवाई हुई थी। रक्षा मंत्रालय ने स्क्रीनिंग कर 13 अधिकारियों की ग्रुप-ए की सेवाएं खत्म कर दी थीं।
माह अगस्त में सीएजी की रिपोर्ट में भी सेना के गोला-बारूद की कमी और गुणवत्ता को लेकर बड़े गम्भीर सवाल उठाए गए थे। जिसके बाद से रक्षामंत्रालय ने इस मामले में जांच के आदेश दिए थे। जांच के दौरान कई अधिकारियों का स्क्रीनिंग किया गया था। 13 अधिकारियों को इस दौरान काम-काज में ढिलाई बरतने के साथ खराब प्रदर्शन करने का दोषी पाया गया था। जिसके बाद इन अधिकारियों पर कार्रवाई हुई थी। अब आयुद्ध डिपो में लगी आग के बाद जांच के दौरान ढिलाई बरतने वाले अधिकारियों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है।