बेंगलुरू। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ के साथ पोंजी कंपनी द्वारा धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है, जिसके बाद पूर्व कप्तान ने कंपनी के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया है। दरअसल एक पोंजी फर्म में राहुल द्रविड ने पैसे इनवेस्ट किए थे, लेकिन उन्हें काफी घाटा उठाना पड़ा। यहीं नहीं इस कंपनी का शिकार साइना नेहवाल, प्रकाश पादुकोण समेत कई स्पोर्ट्स और सेलिब्रिटीज हुए हैं। वहीं इस कंपनी की ठगी का शिकार हुई मशहूर अगरबत्ती निर्माता कंपनी ने पोंजी फर्म के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया, जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने ठगी करने वाले पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक इस मामले में सबसे पहले पूर्व क्रिकेटर राहुल द्रविड़ ने शिकायत दर्ज करवाते हुए कंपनी के ऊपर चार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया था। द्रविड़ ने अपनी शिकायत में कहा था कि उन्होंने साल 2014 में कंपनी में 20 करोड़ रुपय इंवेस्ट किए थे, जिसके बदले में कंपनी ने हायर रिटर्नंस देने का वादा किया था लेकिन द्रविड़ को उनके मूलधन यानी चार करोड़ रुपये से भी कम पैसे वापस मिले। द्रविड़ ने सबूत के तौर पर संबंधित दस्तावेज भी पुलिस को दिए थे। द्रविड़ के अलावा एक अगरबत्ती निर्माता कंपनी ने भी पोंजी फर्म के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
आपको बता दें कि इन पांच लोगों में एक पूर्व खेल पत्रकार भी शामिल है। आरोप है कि विक्रम इन्वेस्टमेंट कंपनी के जरिए इन लोगों ने कुछ लोगों के साथ करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की। कंपनी के मालिक राघवेंद्र श्रीनाथ और उसके एजेंटों सुतराम सुरेश (पूर्व पत्रकार), नरसिम्हा मूर्ति, केसी नागराज और प्रहलाद को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने ये कार्रवाई एक अगरबत्ती कंपनी के मालिक पीआर बालाजी की शिकायत पर की है। इस कंपनी ने भी संबंधित पोंजी फर्म में पैसा लगाया था। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि संबंधित पोंजी फर्म ने कमोडिटी ट्रेडिंग में उन्हें निश्चित फायदा देने का वादा किया था, लेकिन ऐसा किया नहीं।