नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस के अवसर दिल्ली को दहलाने की साजिश रचने वाले आतंकी बिलाल अहमद वानी के दो साथियों के बारे में सुरक्षा एजेंसियों को जानकारी मिल गई है, जिनके नाम मुदासिर अहमद वागय व मोहम्मद अशरफ बताए जा रहे हैं और दोनों जम्मू-कश्मीर के रहने वाले है। एजेंसी ने बताया की तीनों नए साल के दिन दिल्ली आए और पुरानी दिल्ली मे स्थित अल राशिद होटल में ठहरे। वहीं जब उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम ने होटल में छापेमारी की तो पता चला की तीनों 6 जनवरी की रात को ही होटल छोड़कर जा चुके हैं और तीनों ने अपने पहचान पत्र जमा कराए थे। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को पता चला था कि मुदासिर और अशरफ जम्मू-कश्मीर स्थित अपने घर पहुंच गए हैं, जिसके बाद आइबी की सूचना पर जम्मू-कश्मीर पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है, लेकिन अभी तक तीनों के किसी आतंकी संगठन से जुड़े होने का कोई साक्ष्य नहीं मिला है।
वहीं पकड़े गए आंतकी बिलाल ने उत्तर प्रदेश एटीएस को बताया था कि वो लोग अक्षरधान मंदिर पर आंतकी हमला और गणतंत्र दिवस समारोह पर दिल्ली को दहलाने आए थे। आतंकी हमले को लेकर उसने एक अजीब ही बात की है। दरअसल जब उससे पूछा गया कि तुम आतंकी हमला क्यों करना चाहते हो तो उसने कहा कि मुझे सपना आया था कि टाइगर जिंग है फिल्म की तरह अगर वो अक्षरधान मंदिर में धमाका करेगा तो वहां उसे अभिनेत्री कैटरीना कैफ मिल जाएगी और वो उसका हाथ पकड़कर अपने साथ ले जाएगी।स्पेशल सेल का कहना है कि उसके हाव-भाव व जवाब देने के तरीके से लग रहा है कि उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं है। उसने ‘टाइगर जिंदा है’ फिल्म देखी है और वो अभिनेता सलमान खान का फैन है।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश मथुरा रेलवे स्टेशन पर शातिर को शक होने पर ही पकड़ा गया था। रेलवे स्टेशन पर बीते रविवार को टीटीई ने बिना टिकट भोपाल जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे एक शख्स को जीआरपी के हवाले किया था। वह जांच पुलिस को कुछ संदिग्ध लगा। जब एटीएस ने पूछताछ की तो उसकी पहचान जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग का रहने वाले 30 वर्ष के बिलाल अहमद वानी के रूप में हुई। पहले तो इसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करते हुए गूंगा-बहरा होने का नाटक किया। इसके बाद जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की उसने सुरक्षा एजेंसियों को बताया कि वो पुलिस को देखकर डर गया था। मथुरा जंक्शन पर पकड़े गए कश्मीर के अनन्तनाग के बिलगांव निवासी बिलाल अहमद वानी से पूछताछ में अभी तक उसका आतंकी कनेक्शन नही निकला है।
मामला कश्मीर से जुड़ा होने की वजह से बिलाल को संदिग्ध मानते हुए जांच शुरू हुई थी। इस युवक की तलाशी के दौरान संदिग्ध युवक के पास से आधार कार्ड मिला। इसके बाद लखनऊ से यूपी एटीएस की टीम संदिग्ध युवक से पूछताछ करने के लिए मथुरा रवाना की गई।एटीएस की टीम ने बिलाल अहमद वानी के ठिकानों की जांच की तो उसके किसी भी आतंकी कनेक्शन से जुड़े होने का मामला सामने नहीं आया है। इसकी पुष्टि खुद यूपी एटीएस के आईजी असीम अरुण भी कर चुके हैं। फिलहाल एटीएस की टीम बिलाल से गुप्त स्थान पर पूछताछ कर रही है।