पीएम नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने दवा उत्पादों के कारोबार, उद्योग और अनुसंधान एवं विकास संबंधी क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए भारत और उज्बेकिस्तान के बीच समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये जाने को मंजूरी दी। 1 अक्तूबर, 2018 को उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति के भारत आगमन के दौरान समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये जाएंगे।
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दोनों देशों में फार्मा उद्योग के विकास तथा फार्मा क्षेत्र में व्यापार, उत्पादन, अनुसंधान एवं विकास में द्विपक्षीय सहयोग के महत्व को ध्यान में रखते हुए दोनों देश द्विपक्षीय सहयोग के लिए एक औपचारिक प्रणाली बनाने का प्रयास करते रहे हैं। समझौता-ज्ञापन से दोनों देशों में विभिन्न उपचारात्मक वर्गों में सक्रिय औषधीय यौगिकों (एपीआई) सहित दवा उत्पादन की संभावनाएं पैदा होंगी।
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समझौता ज्ञापन से व्यापार एवं पंजीकरण प्रक्रियाओं, एपीआई सहित दवा उत्पादों के निर्यात एवं आयात के लिए वैधानिक तथा नियमन आवश्यकताओं के संबंध में सूचनाओं का आदान-प्रदान भी संभव होगा। समझौता-ज्ञापन से दवा उत्पादों के व्यापार, उद्योग तथा अनुसंधान एवं विकास के क्षेत्र में उज्बेकिस्तान गणराज्य के साथ सहयोग बढ़ेगा।