चंडीगढ़। पंजाब की अमरिंदर सिंह सरकार में एक साल बाद मंत्रिमंडल का विस्तार होने जा रहा है, जिसको लेकर टांडा से पार्टी विधायक संगत सिंह ने कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। इसके अलावा कई और विधायक ऐसे सामने आ रहे है जोकि इस मंत्रिमंडल विस्तार से खफा हैं। इसी कड़ी में सुल्तानपुर लोधी से विधायक नवतेज चीमा ने कहा कि वे मंत्रिमंडल में फेरबदल से नाराज हैं, लेकिन पार्टी हाई कमान का फैसला मानेंगे।
चीमा ने कहा कि जिस तरीके से दोआबा क्षेत्र की अनदेखी की गई है वह दुखद है. साथ ही उन्होंने साफ किया कि वह मंत्रिमंडल विस्तार में नहीं जाएंगे। पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और अमृतसर से विधायक राजकुमार वेरका ने भी दबी जुबान में अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि जब अपनों से जख्म मिलता है तो उसके इलाज के लिए गैरों के पास नहीं जाया जाता। राजकुमार वेरका पार्टी के दलित चेहरों में से एक हैं और पंजाब में करीब 35% दलित वोट बैंक होने के बावजूद कैबिनेट में एक भी दलित मंत्री नहीं है।
राजकुमार वेरका ने कहा कि उन्हें मंत्री पद न मिलने को लेकर कोई नाराजगी नहीं है, लेकिन जिस तरह से दलित वर्ग को नेतृत्व नहीं दिया गया तो उसे लेकर वे उस वर्ग की नाराजगी को खत्म करने की कोशिश करेंगे। राजकुमार वेरका ने दावा किया कि मंत्रिमंडल विस्तार में पार्टी में असंतुलन जरूर हुआ है, लेकिन इसे आलाकमान इस मसले को जल्द ही सुलझा लेगा।