एयर इंडिया की बोली में टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा संस में बाजी मार ली है। और 65 साल बाद एक बार फिर से टाटा ग्रुप के हाथ में एयर इंडिया की कमान वापस लौट गई है। टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया पर अधिग्रहण हासिल करने के लिए शुक्रवार को सबसे अधिक बोली लगाई।
निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) के सचिव तुहिन कांता पांडे ने बताया की मंत्रियों की समिति ने एयर इंडिया के लिए विजेता बोली की मंजूरी दे दी। टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा संस ने एयर इंडिया पर अधिग्रहण के लिए 18,000 करोड रुपए की विजय की बोली लगाई थी।
Government approves the winning bid of M/s Tata Sons’ SPV (M/s Talace Pvt Ltd) for @airindiain disinvestment at an enterprise value of ₹18000 crore
The bid by the consortium led by Ajay Singh was ₹15,100 crore – @SecyDIPAM #AirIndia pic.twitter.com/E4sivPQfvs
— PIB India (@PIB_India) October 8, 2021
आपको बता दें पिछले दो दशकों से एयर इंडिया के निजीकरण के लिए भारत सरकार लगातार कोशिश कर रही थी। इन दो दशकों में केंद्र में कई सरकारें आई मगर इस दिशा की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ी। लेकिन अब आखिरकार कर्ज में डूबी एयर इंडिया के विनिवेश प्रक्रिया को पूरी करने के लिए सरकार की कोशिश सफल हो गई।