नागौर। गैंगरेप के बाद दिया महिला ने बच्चे को जन्म लेकिन पांच दिनों के नवजात की मौत हो गई थी, इस मामले में एक नया मोड़ ले लिया है। अलाय गांव का चर्चित गैंगरेप मामला एक बार फिर से चर्चा में आता नजर आ रहा है। गैंगरेप पीड़िता ने मांग की है उसके मृतक बच्चे का दुबारा डीएनए करने की मांग की है,जिसके बाद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी रविवार दोपहर को अलाय पहुंचे और वहां बालक का दफनाऐ गये शव निकालकर डीएनए टेस्ट के लिए कुछ सैम्पल लिए है।
दफनाऐ गए बच्चे के शव सैम्पल लेने पहुंचे नागौर एसडीएम परसाराम टाक, मकराना सीओ पूनमसिंह व नागौर जेएलएन अस्पताल के चिकित्सकों की टीम मौजूद रही। टीम ने बच्चे के गड़े शव को बाहर निकाला और डीएनए के लिए कुछ सैंपल लिए। पूरे क्षेत्र में ये खबर फैलने के बाद मौके पर बड़ी तादात में ग्रामीण पहुंच गए और बच्चे का शव निकालना चर्चा का विषय बन गया।
आपको बता दे की गत वर्ष 8 अगस्त को श्रीबालाजी थाने में रिपोर्ट देकर अलाय निवासी आरएसी कांस्टेबल की पत्नी ने आरोप लगाया की गांव के एक शिक्षक कैलाश, पुलिसकर्मी सुभाष व एक अन्य युवक सहीराम ने उसके साथ कई बार गैंगरेप किया था।
पीड़िता ने रिपोर्ट में यह भी आरोप लगाया था की उसके पेट में बच्चा है और वह गैंगरेप के चलते हुआ है। मामला दर्ज कराने के कुछ समय बाद यानी 26 अगस्त को पीड़िता ने बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में बालक को जन्म दिया, लेकिन जन्म के 5 दिन बाद ही नागौर के जेएलएन अस्पताल में बच्चे की मौत हो गई थी।