लंदशहर। सरकार भले ही अस्पतालों मे मरीज़ों के लिए बेहतर इलाज के दावे करे मगर जमीनी हकीकत का आप अंदाज़ा लगा सकते हैं जिले के सरकारी महिला अस्पताल में मरीजों की हालत देखकर। रिश्वत के रूपये नहीं मिलने पर गर्भवती रानी का ऑपरेशन 12 घंटे बाद किया जाता है। जिसके चलते नवजात बच्चे की मौत हो जाती है। परिवार का कसूर सिर्फ इतना था के वो बेहतर इलाज के लिए अपनी गर्भवती पत्नी रानी को कल रात 8 बजे प्रसव के लिए जिला महिला अस्पताल लेकर आया।
मगर उसको नहीं पता था के प्रसव के लिए अस्पताल की डाक्टर सायरा बानो 10 हज़ार की माँग कर देगी। पैसे की तंगी के चलते गरीब परिवार 10 हज़ार रुपये डाक्टर को नहीं दे सका इस लिए डाक्टर ने भी दर्द से तड़प रही रानी का ऑपरेशन नहीं किया आप्रेशन मे देरी के चलते नवजात बच्चे को अपनी जान गवानी पड़ी।
जिला महिला अस्पताल के डॉक्टर सायरा बानो और विवादों का पुराना नाता है। आये दिन उनपर इस तरह के आरोप लगते रहे हैं। इसके पहले भी NH 91 हाईवे गैंग रेप की पीड़िताओ से भी रुपयों की माँग और गलत व्यवहार करने के मामले में ये ही डॉक्टर काफी चर्चा में आई थीं। लेकिन अच्छे रसूख के चलते ये कार्रवाई से बचती रही हैं।
फिलहाल पूरे मामले पर जांच की चादर तनी हुई है । जिसकी आड़ में डॉक्टर सायरा लगातार अस्पताल में आने वाले गरीब बेबस मरीज़ों से खुलेआम वसूली कर रही है ।महिला अस्पताल बनाया तो इस लिए गया के गरीब बेबस परिवारों की महिलाओं को यहाँ बेहतर इलाज मिल सके मगर बात हकीकत की करे तो पूरा अस्पताल अवैध वसूली का अड्डा बना हुआ है । मरीज़ों के टाँके लगाने से लेकर आप्रेशन तक हर चीज़ का यहाँ रेट कार्ड बना हुआ है टाँके के 1000 से लेकर 1500 तक तो वही आप्रेशन के 5000 से लेकर 10 हज़ार रुपये तक मरीज़ों से वसूल किये जाते है इस खेल मे पूरा स्टाफ शामिल रहता है । अब इस मामले मे सरकार की तरफ से कार्रवाई का आम जनता को इंतजार है।
मो.अली, संवाददाता