लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पुलिस अधिकारियों को इस घटना का खुलासा करने के लिए 24 घंटों का अल्टीमेटम दिया है, जिसके बाद अधिकारियों की नींद उड़ गई है। अखिलेश के सख्त तेवर के चलते अब तक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) और इंस्पेक्टर समेत चार अधिकरियों को निलंबित कर दिया गया है, जबकि अभी और कई अधिकारियों पर गाज गिरने की संभावना है।
मुख्यमंत्री ने घटना को बेहद गंभीरता से लेते हुए मुख्य सचिव दीपक सिंघल को तलब किया और प्रमुख सचिव (गृह) देबाशीष पांडा और पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद को फौरन घटनास्थल पर भेजने का निर्देश दिया। उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि इस मामले में प्रभावी कार्रवाई न होने की स्थिति में पुलिस विभाग में उच्चतम स्तर पर भी कार्रवाई हो सकती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना के खुलासे और दोषियों की गिरफ्तारी के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस की टीमें गठित कर प्रभावी कदम उठाए जाएं। राज्य सरकार दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कराकर कड़ी सजा दिलवाएगी। वह पीड़ित परिवार से मुलाकात भी करेंगे।
अखिलेश ने कहा कि कि मामले में दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई के माध्यम से ऐसी सजा दिलाई जाए, जो एक उदाहरण बने और भविष्य में कोई भी ऐसा दुस्साहस करने के बारे में न सोचे। गौरतलब है कि 29 जुलाई की रात नोएडा से शाहजहांपुर जा रहे कार सवार परिवार के छह लोगों को बुलंदशहर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-91 पर कोतवाली देहात क्षेत्र में बदमाशों ने कार को रुकवा लिया।
बदमाश कार समेत पूरे परिवार को हाईवे से कुछ दूरी पर खेत में ले गए। वहां परिवार के तीन पुरुषों और एक महिला को बंधक बनाकर खेत में डाल दिया, जबकि 14 वर्षीय लड़की और उसकी मां से सामूहिक दुष्कर्म किया।