नई दिल्ली। चुनावी मौसम में आम बजट पेश होने पर विपक्ष द्वारा लगाई जा रही अटकलों पर पूर्ण विराम लग गया है। राष्ट्रपति ने केंद्र सरकार की उस सिफारिश को हरी झंडी दे दी है, जिसमें एक फरवरी को बजट पेश करने के लिये कहा गया था। आम बजट से 1 दिन पहले राष्ट्रपति राज्यसभा और लोकसभा को संबोधित करेंगे, जिसके बाद ही आम बजट पेश होगा।
विपक्ष को है ऐतराज
5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर विपक्ष ने केंद्र सरकार द्वारा आम बजट 1 फरवरी को पेश करने पर ऐतराज जताया था। विपक्ष का कहना था कि चुनावों से पहले बजट पेश करने के पीछे केंद्र सरकार की मंशा आम जनता को अपनी ओर आकर्षित करके वोट हासिल करने की है। जिसे लेकर विपक्ष अपनी शिकायत लेकर चुनाव आयोग के पास भी पहुंचा था जिस पर सरकार से जवाब मांगा गया था। लेकिन अब राष्ट्रपति की मुहर के बाद आम बजट 1 फरवरी को ही पेश होगा।
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नहीं कोई लेना-देना
विपक्ष द्वारा ऐतराज जताने के मामले पर केंद्र सरकार का कहना है कि आम बजट का विधानसभा चुनावों से कोई लेना-देना नहीं है। 1 फरवरी को बजट पेश करने से एक अप्रैल से शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष में नये प्रावधानों को चालू किया जा सकें। गौरतलब है कि इस बार आम बजट और रेल बजट एक साथ पेश होने वाला है।
ये है बजट सत्र में खास
बजट सत्र का पहला चरण 31 जनवरी से 9 फरवरी तक होगा
31 जनवरी को ही आर्थिक सर्वेक्षण भी पेश किया जाएगा
सत्र के पहले चरण में ही 1 फरवरी को आम बजट आएगा
रेलवे से जुड़े प्रावधान आम बजट में ही शामिल होंगे