नई दिल्ली। साल 2020 में कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया था। अभी तक पूरी तरह कोरोना से हालात सुधरे नहीं है। नया साल आने के बाद लोगों को वैक्सीन की उम्मीद है। जिसका इंतजार 16 जनवरी को खत्म हो जाएगा। इसके साथ ही कोरोना महामारी की वजह से देश में होने वाले सभी सरकारी और गैर सरकारी कामों में देरी हो रही है। साथ ही सालों से चली आ रही परंपराओं पर भी इसका बड़ा असर हुआ है। आजादी के बाद से ऐसा पहली बार होगा कि बजट नहीं छपेगा। कोरोना के चलते 1947 के बाद से पहली बार ऐसा होगा कि बजट पेपर नहीं छपेंगे। जानकारी के अनुसार बजट सत्र का पहला चरण 29 जनवरी से शुरू होगा और 15 फरवरी को समाप्त होगा।
29 जनवरी को बजट सत्र की शुरुआत-
बता दें कि कोरोना वायरस के प्रकोप ने हमारी दुनिया को पूरी तरह से बदल दिया है। वित्त मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, प्रिंटिंग प्रेस में लगभग 100 लोगों को एक साथ नहीं रखा जा सकता है। इसलिए, इस बार बजट पेपर नहीं छपेंगे। इसके बदले एक कॉमन लिंक बनाया जाएगा जिससे सभी सांसद और लोग बजट को पीडीएफ फॉरमेट में देख सकेंगे। इसके साथ ही केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया है कि बजट सत्र का दूसरा चरण 8 मार्च से 8 अप्रैल तक होगा। उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल का अनिवार्य रूप से ध्यान दिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक 29 जनवरी को राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ ही बजट सत्र की शुरुआत की जाएगी। 1 फरवरी को बजट पेश किया जाएगा।