लखनऊ। उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है। इसी बीच बहुजन समाज पार्टी ने भीमराव अंबेडकर को राज्यसभा भेजने का ऐलान किया है, चौकिए मत ये हमारे संविधान निर्माता नहीं बल्कि बीएसपी के नेता हैं। अंबेडकर को राज्यसभा भेजे जाने के फैसले के बाद मायावती द्वारा अपने भाई आनंद को राज्यसभा भेजने की उठ रही अटकलों पर विराम लग गया है। राज्यसभा चुनाव को लेकर मायावती ने लखनऊ के मॉल एवन्यू स्थित बीएसपी दफ्तर में एक घंटे तक बैठक करने के बाद अंबेडकर का नाम आगे कर दिया है। दरअसल इटावा से साल 2007 में बीएसपी की टिकट से विधानसभा पहुंचे पूर्व विधायक भीमराव अंबेडकर को पार्टी ने राज्यसभा का प्रत्याशी बनाया है।
इसके अलावा मायावती ने बैठक के दौरान राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव की तैयारियों को लेकर जरूरी दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं। अंबेडकर की बात करे तो वो इटावा के रहने वाले हैं और दलित समाज से ताल्लूक रखते हैं और लखना सीट से बीएसपी के विधायक भी रह चुके हैं। इसके अलावा साल 2017 के विधानसभा चुनावों में पार्टी ने उन्हें औरैया से अपना प्रत्याशी बनाया था, लेकिन मोदी लहर में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। पूर्व विधायक को मायावती का वफादार और जमीनी कार्यकर्ता कहा जाता है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए नामांकन पत्र 5 से 12 मार्च तक दाखिल किए जाएंगे। 13 मार्च को इनकी जांच होगी और 15 मार्च तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। 23 मार्च को मतदान होने के बाद शाम को ही मतगणना शुरू हो जाएगी।