लखनऊ। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को राजधानी लखनऊ स्थित जनेश्वर मिश्रा ट्रस्ट में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के विरोध में विपक्ष को एकजुट करने के सर्वदलीय बैठक बुलाई। बैठक में बसपा के प्रदेश अध्यक्ष रामअचल राजभर और कांग्रेस के अध्यक्ष राजबब्बर नहीं पहुंचे।
बता दें कि राजधानी के बंदरिया बाग स्थित जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट के सभागार में शनिवार को ईवीएम के विरोध में प्रमुख राजनीतिक दलों की बैठक हुई। इस बैठक की अध्यक्षता समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने की। उन्होंने ईवीएम पर एक सहमति बनाने और निर्वाचन आयोग को इसके उपयोग के बदले बैलट पेपर का उपयोग करने के सम्बन्ध में रूपरेखा तैयार करने की एक अपील की।
बैठक में अखिलेश यादव ने समाजवादी नेताओं और अन्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के सामने कहा कि हमारी मांग है कि निर्वाचन आयोग बैलट पेपर से चुनाव की व्यवस्था करायें। किसी भी हाल में देश में होने वाले चुनावों में ईवीएम का उपयोग ना हो, जिससे कोई मतदाता छला ना जा सकें।
वहीं उन्होंने कहा कि ईवीएम को लेकर मतदाताओं में संदेह व्याप्त है। आयोग अपनी बैठक में विपक्षी दलों की मांग को रखें और उस पर निर्णय लें। जिससे मतदाताओं के हक में निर्णय सामने आ सकें। बैठक में राष्ट्रीय जनता दल की ओर से मौजूद अशोक सिंह ने समस्त प्रतिनिधियों को कांग्रेस कमेटी की ओर से आये हुये सहमति पत्र की जानकारी दी। वहीं. ईवीएम से एक दल को मिलने वाले फायदे के खिलाफ आंदोलन की भूमिका बनाने पर अपने दल की योजना बतायी। अपना दल (कृष्णा पटेल गुट) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पल्लवी पटेल ने बैलट पेपर के उपयोग के जुड़े इतिहास पर रोशनी डाली। कहा कि पूर्वांचल में चुनावों में बहुत बार बैलट के उपयोग से गांव का मतदाता अपना मत अपने पसंद देता रहा है। ईवीएम में सामने आयी गड़बड़ी से वह डरा हुआ है। जो उसका मत दुसरे किसी पार्टी या व्यक्ति ना चला जायें।
साथ ही बसपा छोड़ चुके नसीमुद्दीन सिद्दीकी, बिहार की जदयु शरद यादव के प्रतिनिधि सुरेश निरंजन भैया, राष्ट्रीय जनता दल के अशोक सिंह, पीस पार्टी के डा. अय्यूब, पल्लवी पटेल, जनवादी पार्टी के संजय सिंह चौहान, आम आदमी पार्टी के लखनऊ संयोजक गौरव माहेश्वरी, राष्ट्रीय लोकदल व एनसीपी के रमेश, समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम, वरिष्ठ समाजवादी नेताओं में राजेन्द्र चौधरी, आजम खान, अहमद पटेल, रामगोविन्द चौधरी बैठक में मौजूद रहे।