नई दिल्ली/लखनऊ। संसद का मानसूत्र सदन शुरू हो गया है। सोमवार को पहले दिन विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर रहा। विपक्ष के हंगामे को देखते हुए सदन की कार्यवाही को भी रोक दिया गया है। विपक्ष इस दौरान लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में हंगामा करता रहा। विपक्ष ने किसान आंदोलन, कृषि कानून, पेगासस सॉफ्टवेयर जासूसी के मामलों पर मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की।
लोकसभा में बसपा, कांग्रेस, टीएमसी, अकाली दल के सांसदों ने महंगाई, किसानों के आंदोलन, बेरोजगारी समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया। इस दौरान वे सदन के वेल में भी पहुंच गए। हंगामा इतना बड़ा रहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में अपने नए मंत्रियों का परिचय भी नहीं करा पाए।
अंदर-बाहर दोनों जगह करेंगे विरोध: सतीश चंद्र मिश्रा
बसपा के राज्यसभा में सदन के नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि किसानों के मुद्दे पर हम सरकार को सदन के अंदर और बाहर दोनों जगहों पर घेरेंगे। उन्होंने कृषि कानूनों को काला कानून करार देते हुए कहा कि ये किसानों के पूरी तरह खिलाफ है। मोदी सरकार ने किसानों को बदतर स्थिति में पहुंचा दिया है।
बसपा नेता ने कहा कि देश के किसान एक साल से सड़कों पर अपने हकों की मांग कर रहे हैं। उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है। किसान ही नहीं पूरी देश की जनता मोदी सरकार के निर्णयों से परेशान हो चुकी है। हम इसका विरोध हमेशा से करते रहे हैं और जब तक कृषि कानूनों को खत्म नहीं किया जाता है, तब तक करते रहेंगे।