मेरठ। यूपी के मेरठ में भूमाफिया और दबंगों से परेशान बीएसएफ का एक जवान सिस्टम से इतना परेशान है कि हथियार उठाने की बात कर रहा है। करगिल युद्ध में मेडल जीत चुके नायब सूबेदार जगबीर का कहना है कि वह बॉर्डर पर कभी नहीं रोया, लेकिन सिस्टम ने उसे रुला दिया है। इस समय वह गुजरात में पाकिस्तान के बॉर्डर पर तैनात हैं। फौजी के मुताबिक, जब वह स्थानीय थाने पर गया तो पुलिस ने उसे भगा दिया गया। पीड़ित ने इसकी शिकायत कमिश्नर से की तो उन्होंने एसडीएम सरधना को कार्रवाई के लिए लिख दिया।
बता दें कि जगबीर का कहना है कि उसकी जमीन पर भूमाफिया ने कब्जा रखी है। नायब सूबेदार जगबीर सिंह ने बताया कि वह इंचौली के जलालाबाद उर्फ जलालपुर गांव का निवासी है। उसकी पत्नी सीमा सिंह के नाम खसरा नंबर 485 की जमीन है। इस जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है। जगबीर ने जब अपनी व्यस्था सुनाई तो मौके पर कई लोग भावुक हो गए। उसने बताया कि उसने विजया बैंक से 10 लाख रुपये का लोन लिया है। उसने 7 लाख रुपये जमीन मालिक को दे दिए। बाकी के रुपये में मकान बनवा रहा था।
वहीं पैसे कम पड़ गए तो उसने सोचा कि गेहूं की फसल बेचकर मकान बनवाएगा लेकिन जब वह ड्यूटी पर गया तो पता चला कि उसकी जमीन पर कब्जा हो गया है। उसके बूढ़े पिता हैं जो चलने फिरने में असमर्थ हैं। वह देश सेवा करे या भूमाफिया से लड़े। जवान ने बुधवार को मेरठ में एडीएम के यहां आकर जमीन खाली कराने की गुहार लगाई। मेरठ पहुंचे जवान का कहना था कि उसकी बात नहीं सुनी जा रही है। जगबीर ने एसडीएम पर ही जमीन हड़पवाने का आरोप लगा डाला। एसडीएम सरधना आरोपियों से मिले हुए हैं। एसडीएम को जवान ने चोर कहकर संबोधित किया।