बीएसएफ ने बताया कि टोके गेको Tokay Gecko छपकली का इस्तेमाल परम्परिक औषधियों के बनाने में किया जाता है।
- संवाददाता || भारत खबर
नई दिल्ली। बीएसएफ ने छिपकली तस्करों का पीछा करते हुए उनके कब्जे से 7 करोड रुपए की छिपकलियों को बरामद किया है। यह छिपकली या पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के जरिए तस्करी कर लाई जा रही थी। बताया जा रहा है कि इनमें टोके गेको प्रजाति की छिपकलियों शामिल हैं जिनकी संख्या 14 है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में 7 करोड़ रुपए की कीमत के छिपकलियों बेहद दुर्लभ प्रजाति की है और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में इनकी तस्करी की जाती है। आपको बता दें कि छिपकली की कई प्रजातियां होती हैं जिनमें से Tokay Gecko नाम की प्रजाति कई तरह की दवाओं और अन्य दुकानों के बनाने में इस्तेमाल की जाती हैं।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने परगुमटी सीमा चौकी पर एक व्यक्ति को देखा। जैसे ही उन्होंने उस व्यक्ति का पीछा करना शुरू किया, वह छिपकलियों से भरा प्लास्टिक का थैला छोड़कर भाग गया। अधिकारियों ने कहा कि छिपकलियां वन्यजीव विभाग को सौंप दी गई हैं। ये छिपलियां पेड़ पर रहती हैं और एशिया तथा प्रायद्वीप के कुछ हिस्सों में पाई जाती हैं।
वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के तहत इन छिपकलियों को रखना या इनका व्यापार करना अवैध है। टोके गेको Tokay Gecko छिपकलियों का इस्तेमाल पारंपरिक औषधियां बनाने में किया जाता है। आपको बता दें कि बॉर्डर पर चहल कदमी करते हुए बीएसएफ के जवानों ने कई बार इस तरह के तस्करों का भंडाफोड़ किया है सिर्फ छिपकली ही नहीं बल्कि बॉर्डर पर अन्य तरह की अनैतिक गतिविधियों का संचालन भी किया जाता है जिसका समय समय पर होता रहता है।