नई दिल्ली। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पाकिस्तानी रेंजरों के बीच चार दिवसीय महानिदेशक स्तर की वार्ता का गुरुवार को लाहौर में समापन हो गया। वार्ता के दौरान बीएसएफ और पाकिस्तानी रेंजरों के बीच सीमा गश्त में समन्वय स्थापित करने ‘उपायों को मजबूती’ प्रदान करने और ‘एकदूसरे की चिंताओं पर तय समयसीमा’ में ध्यान देने का समझौता हुआ।
बीएसएफ के एक अधिकारी ने यहां बताया कि बीएसएफ के महानिदेशक के.के. शर्मा और पाकिस्तानी रेंजर (पंजाब) के महानिदेशक मेजर जनरल उमर फारूक बुर्की की अध्यक्षता में 25 से 28 जुलाई के बीच यह वार्ता हुई। दोनों पक्षों के लिए वार्ता सकारात्मक रही और दोनों पक्षों ने सीमा पर शांति कायम रखने के लिए निरंतर प्रयास किए जाने पर सहमति जताई।
अधिकारी ने कहा, “वार्ता सौहार्दपूर्ण माहौल में और समन्वय की भावना के साथ संपन्न हुई। दिल्ली में सितंबर, 2015 को हुई इसी तरह की बैठक के बाद से ही दोनों पक्षों में इस बात पर सहमति बनी है कि अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर संघर्षविराम का अधिक से अधिक पालन किए जाने की जरूरत है।”
शर्मा ने सीमा पार से होने वाली घुसपैठ की कोशिशों पर निगरानी के महत्व पर जोर दिया ताकि आतंकवादी गतिविधियों से बचा जा सके और मादक पदार्थो की तस्करी पर रोक लगाई जा सके। बीएसएफ प्रमुख ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष को वार्ता के अगले दौर के लिए भारत आमंत्रित किया है।
उल्लेखनीय है कि दोनों देशों के बीच प्रत्येक वर्ष दो बार महानिदेशक स्तर की वार्ता होती रही है, लेकिन तनाव भरे माहौल के चलते कई बार यह वार्ता नहीं हो पाई।