कोरोना वायरस के चलते पूरी दुनिया में लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है। जिसका सीधा असर छोटे और बड़े देशों की अर्थव्यवस्था पर लगातार पड़ता जा रहा है।
हालात इतने बत्तर ह चुके हैं कि, लोगों में रोजगार की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है।
अगर लंबे समय तक ऐसे ही लॉकडाउन लगा रहा तो देश ही नहीं पूरी दुनिया में भूखमरी जैसे हालात फैल जाएंगे। जिनसे बिनटनें में कई साल लग सकते हैं।
ऐसे में भारत में भी कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। देश में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या एक लाख होने वाली है। जिसके देखते हुए देश में चौथा लॉकडाउन 31 मई तक के लिए लगा दिया गया है।
इस बीच बड़ी ब्रोकरेज कंपनी गोल्डमैन सैश ने आशंका जताई है कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए किए गए देशव्यापी लॉकडाउन का भारत की अर्थव्यवस्था पर विनाशकारी असर पड़ेगा और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश अब तक की सबसे भीषण मंदी के दौर से गुजरेगा।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में देश की जीडीपी विकास दर में गोल्डमैन के पहले अनुमान के 20% की तुलना में 45% की गिरावट आएगी।
तीसरी तिमाही में 20% की मजबूत रिकवरी होगी, जबकि चौथी तिमाही तथा अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए विकास दर अनुमान क्रमशः -14% तथा -6.5% पर बरकरार रखा गया है।
मबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गोल्डमैन सैश की अर्थशास्त्री प्राची मिश्रा तथा एंड्रयू टिल्टन ने 17 मई को एक नोट में लिखा है कि इन अनुमानों का तात्पर्य यह है कि वित्त वर्ष 2021 में रियल जीडीपी में 5% की गिरावट दर्ज की जाएगी, जैसा अबतक भारत में किसी भी मंदी में नहीं देखा गया होगा।
जिसके बाद माना जा रहा है कि इससे पहले से ही मुश्किलों से जूझ रही अर्थव्यवस्था को और तगड़े झटके लग सकते हैं। और देश अपने इतिहास की सबसे भीषण मंदी से गुजर सकता है।
हालांकि मोदी सरकार कहती रही है कि अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत है और यह जल्द ही उबर आएगी।
ये खबर मोदी सरकार द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ रु के आर्थिक पैकेज के ऐलान के बीच आई है। इस पैकेज के तहत कई क्षेत्रों में नीतिगित सुधारों का ऐलान किया गया है।
हालांकि गोल्मैन सैक्स का कहना है कि इनका असर पड़ने में अभी वक्त लगेगा और इससे अर्थव्यवस्था में तुरंत किसी चमत्कार की उम्मीद नहीं करनी चाहिए।
गोल्डमैन सैस की रिपोर्ट वाकई में चौंकाने वाली है। जो आने वाले बुरे दिनों की तरफ इशारा कर रही है।
https://www.bharatkhabar.com/finance-minister-nirmala-sitharaman-announced-rs-40000-crore-for-mnrega/
जिससे उभर पाना देश के लिए बड़ी चुनौती साबित होगा।