पटना। बिहार की राजनीति चुनाव के गाद भी गर्मायी हुई है। आए दिन किसी न किसी मुद्दे को लेकर जुबानी हमले शुरू हो जाते हैं। इसी बीच बता दें कि सीएम नीतीश ने रविवार को आखिरी समय में अपना फैसला बदलते हुए उमेश कुशवाहा को बिहार जेडीयू के अध्यक्ष पद पर मनोनीत कर दिया। कल तक इस पद के लिए पूर्व मंत्री रामसेवक सिंह का नाम तय माना जा रहा था। सीएम नीतीश के इस फैसले ने सबको चैंका दिया है। राजनीति में कब तख्ता पलट हो जाए, ये किसी को नहीं पता रहता है। राजनीति में नाम किसी का रहता है और काम किसी का होता है। बिहार की राजनीति में भी कुछ ऐसा ही हुआ है।
अध्यक्ष पद के लिए उमेश कुशवाहा का नाम प्रस्तावित-
बता दें कि बिहार जेडीयू के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष विशिष्ठ नारायण सिंह ने अपने तबीयत का हवाला देते हुए अध्यक्ष पद से मुक्त किए जाने की इच्छा जताई थी। ऐसे में रविवार को बैठक के दौरान पहले उन्होंने इस्तीफा दिया और फिर उनकी जगह उमेश कुशवाहा को यह जिम्मेदारी सौंप दी गयी है। मिली जानकारी अनुसार अध्यक्ष पद पर मनोनीत किए जाने की जानकारी खुद उमेश कुशवाहा को भी नहीं थी। लेकिन वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह के इस्तीफे के बाद अचानक बैठक में बिहार जेडीयू के अध्यक्ष पद के लिए उमेश कुशवाहा का नाम प्रस्तावित किया गया, जिस पर वहां मौजूद नेताओं ने सहमति जताई। जिसके बाद उन्हें प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए चुन लिया गया।
उमेश कुशवाहा पूर्व विधायक के अलावा व्यापार में भी सक्रिय-
बता दें कि उमेश कुशवाहा बिहार के वैशाली जिले के महनार विधानसभा के पूर्व विधायक हैं और वैशाली के ही कैरी बुजुर्ग गांव के निवासी हैं। कुशवाहा 2015 से 2020 तक विधायक रहे हैं] लेकिन इस बार के चुनाव में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। उमेश कुशवाहा जेडीयू नेता और पूर्व विधायक के अलावा व्यापार में भी सक्रिय हैं और लॉर्ड बुद्धा फ़ूड प्रोडक्ट कंपनी में स्टेक होल्डर भी हैं।