Breaking News featured देश

राजनीतिक तूफान का सामना करूँगा, कोई परवाह नही: उद्धव ठाकरे

उद्धव ठाकरे

मुंबई: कोरोना, कंगना और सुशांत सिंह राजपूत की वजह से महाराष्ट्र सरकार सवालों में घिरी हुई हैं। इसी बीच सीएम उद्धव ठाकरे ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की हैं। उद्धव ठाकरे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लोगों को संबोधित किया हैं।

इस दौरान उद्धव ने कहा कि महाराष्ट्र को बदनाम करने की कोशिश की जा रही हैं। लेकिन यह कामयाब नहीं होगी। इस दौरान उद्धव ने मराठा आरक्षण और कोरोना पर खुलकर बात की। साथ ही उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की बदनामी का जो सिलसिला चल रहा है उस बारे में बात करुंगा।

ये राज्य मेरा परिवार है: उद्धव

उद्धव ठाकरे ने कहा कि ये राज्य मेरा परिवार है। हम चाहे विदर्भ हो या राज्य के दूसरे हिस्से, सभी पर बारी-बारी से ध्यान दे रहे है। उन्होंने कहा कि जितने भी राजनीतिक तूफान है, उनका मैं सामना करूँगा। कोई परवाह नही है। जनता से उनका यही कहना है कि वे सरकार से खबरदारी लें, जबकि जवाबदारी सरकार देगी। उन्होंने कंगना का नाम लिए बिना कहा कि उनकी खामोशी को कमजोरी न समझा जाए। उन्होंने कहा कि राजनीतिक साइक्लोन आते रहेंगे और वो उनका सामना करते रहेंगे।

घर से बाहर निकलते हुए मास्क पहनें लोग: उद्धव

उद्धव ने कहा कि कोरोना महामारी अंतिम स्टेज पर हैं। लेकिन अभी पूरी तरह गई नहीं हैं। इसलिए घर से बाहर निकलते हुए मास्क पहने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। उन्होंने कहा कि मास्क नही लगाने पर दंड वसूला जाएगा।

उद्धव ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दुकानदारों ने सावधानी नहीं बरती तो उन पर भी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए पिछले 4 महीने में 3 लाख 60 हजार बेड की संख्या बढ़ाई गई हैं।

किसानों के लिए नई स्कीम

उद्धव कहा कि किसान वर्क फ्रॉम होम नही कर सकते हैं। इसलिए सरकार ने उनके लिए नई योजना तैयार की हैं। इस योजना में जो बिकेगा वही उगेगा के तहत किसानों को बिकने वाली फसल उगाने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा।

सरकार मराठा आरक्षण के पक्ष में

उद्धव ठाकरे ने कहा कि सरकार पूरी तरह मराठा आरक्षण के साथ हैं। फिलहाल आरक्षण का मामला सुप्रीम कोर्ट में हैं। वहां पर सुनवाई के लिए सरकार ने बड़े- बड़े वकील खड़े किए हैं। इस मुद्दे पर विपक्षी पार्टियां भी सरकार के साथ हैं।

उन्होंने मराठा समुदाय से अपील की कि वे आरक्षण के लिए सड़क पर उतरने की जल्दबाजी न करें। जब सरकार उनकी बात सुनने में असफल हो जाए, तब वे इस उपाय को आजमा सकते हैं।

Related posts

केजरीवाल ने साधा मजीठिया पर निशाना, कहा सत्ता में आते ही भेजेंगे जेल

Rahul srivastava

सुभासपा के प्रदेश उपाध्यक्ष ने थामा कांग्रेस का दामन, अजय लल्लू ने कही बड़ी बात

Shailendra Singh

अक्षय तृतीया पर ठाकुर बांकेबिहारी के चरणों के दर्शन क्यों किए जाते हैं?, जानिए क्या है इसके पीछे का इतिहास..

Mamta Gautam