नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन को दो महिने हो गए और आंदोलन अभी भी जारी है। नौ दौर की वार्ता में अभी हल नहीं निकला है। सुप्रीम कोर्ट ने कानूनों पर फिलहाल रोक लगा दी है और नई कमेटी कठित की है। कृषि कानून के मसले को सुलझाने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी आज पहली बार मिलेगी। हालांकि किसानों ने कमेटी का बहिष्कार किया है उनका कहना है कि कमेटी में वही लोग शामिल हैं जो कानून के समर्थन में थे। ऐसे में कुछ किसान संगठनों ने कमेटी को बदलने की मांग की थी। सुप्रीम कोर्ट ने चार सदस्यों की कमेटी बनाई थी। कमेटी पर हुए विवाद के बीच भूपिंदर सिंह मान ने खुद को कमेटी से अगल कर लिया था। सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी की बैठक आज सुबह 11 बजे होगी। ये बैठक एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट में होगी। अब इस कमेटी में अशोक गुलाटी, अनिल घनवंत और प्रमोद जोशी शामिल हैं।
कृषि कानून के मसले को सुलझाने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी आज पहली बार मिलेगी। किसान संगठनों ने इस कमेटी का बहिष्कार किया है, आरोप है कि कमेटी के सदस्य पहले ही कृषि कानूनों का समर्थन कर चुके हैं। ऐसे में कुछ किसान संगठनों ने कमेटी को बदलने की मांग की थी। सुप्रीम कोर्ट ने चार सदस्यों की कमेटी बनाई थी, जिसमें से भूपिंदर सिंह मान ने खुद को अलग कर लिया था। अब इस कमेटी में अशोक गुलाटी, अनिल घनवंत और प्रमोद जोशी शामिल हैं।
एक ओर सुप्रीम कोर्ट की कमेटी अपने काम में जुटी है, तो दूसरी ओर सरकार-किसान भी बातचीत की टेबल पर हैं। मंगलवार को होने वाली दसवें राउंड की चर्चा अब बुधवार को होगी। पिछली नौ बैठकों में किसानों ने सिर्फ कानून वापसी की मांग की है लेकिन सरकार संशोधन के आगे नहीं बढ़ना चाहती है।
बुधवार को होगी 10वें दौर की बैठक-
सरकार और आंदोलनकारी किसान संगठनों के बीच मंगलवार को होने वाली दसवें दौर की वार्ता एक दिन और आगे खिसक गई। 19 के बजाय अब 20 जनवरी को किसान संगठनों और सरकार के बीच बात होगी। यह महज संयोग है कि उसी दिन सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई प्रस्तावित है। सुप्रीम कोर्ट में अलग पीठ के कारण सोमवार की सुनवाई बुधवार के लिए आगे खिसकी। अब मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट की बनाई कमेटी की पहली रस्मी बैठक होगी। उधर, एक और मोर्चे की सुगबुगाहट के बीच लिखित माफीनामे के बाद गुरनाम सिंह चढूनी से संयुक्त किसान मोर्चा ने फिर नजदीकी बना ली है।