नई दिल्ली। जैसा कि सभी जानते हैं किसान आंदोलन को दो महीने से ज्यादा हो चुके हैं। किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के चारों ओर डेरा डाले हुए बैठे हैं। इसके साथ ही पुलिस प्रशासन ने गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा को देखते दिल्ली के अंदर आने वाले रास्तों को बंद कर दिया है। साथ ही तीनों बाॅर्डर पर मजबूत बैरिकेडिंग की गई है। इसके साथ ही आज हरियाणा के जिंद जिले में किसानों की महापंचायत हुई है। जिसमें राकेश टिकैत ने भी हिस्सा लिया। इसके साथ ही राकेश टिकैत ने इस दौरान सरकार पर जमकर निशाना साधा। इसके साथ ही इस महापंचायत में 5 प्रस्तावों को लेकर चर्चा हुई।
महापंचायत में पास हुए पांच प्रस्ताव-
बता दें कि राकेश टिकैत की भावुक अपील के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर जारी किसानों का आंदोलन फिर से रफ्तार पकड़ रहा है। इसी के समर्थन में पिछले कई दिनों से पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई इलाकों में किसानों की महापंचायत हो रही है। किसानों आंदोलन को लेकर इन दिनों हर कोई अपना समर्थन दे रहा है। इसके साथ ही जींद की इस महापंचायत में कई प्रस्ताव भी पास किए गए हैं। इसमें तीनों कृषि कानूनों की वापसी की मांग की गई है, साथ ही किसानों पर जो केस किए गए हैं उन्हें वापस लेने की मांग की गई है। जींद की महापंचायत में कुल पांच प्रस्ताव पास किए गए हैं। साथ ही 26 जनवरी को जिन नेताओं को गिरफ्तार किया गया है, उन्हें रिहा किया जाए। किसान आंदोलन दिनों दिन उग्र होता जा रहा है।
टिकैत के बोलते ही टूटा मंच-
इसके साथ ही किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जब-जब राजा डरता है, तब-तब किलेबंदी करता है। दिल्ली में कीलें लगाई जा रही हैं, हम वो अपने खेतों में भी लगाते हैं। इसके साथ ही बता दें कि जब राकेश टिकैत मंच पर बोलने के चढ़े तो मंच ही टूट गया। इसका कारण उम्मीद से ज्यादा लोगों का महापंचायत में पहुंचना था। जिसके चलते वहां अधिम भीड़ हो गई।