लखनऊ। सीमा पास से आए रोहिंग्या और घुसपैठियों के बाहर करने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और केंद्र सरकार ने पहले से ही सख्त रुख अपना रखा है। देश में एनआरसी लागू करने की बात खुद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद भवन से कही थी और इस दौरान घुसपैठियों को चुन चुन कर देश से बाहर करने की बात को दोहराया था। गृह मंत्री अमित शाह रोहिंग्या घुसपैठियों के मुद्दे पर कई बार बोल चुके हैं कि हम देश में फर्जी लोगों को स्वीकार नहीं करेंगे।
इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश की एंटी टेररिस्ट स्क्वैड (एटीएस) ने टेरर फंडिंग की आशंका के चलते बुधवार को कई जिलों में छापेमारी की। इस दौरान यूपी एटीएस ने अवैध रूप से भारतीय दस्तावेज बनवाकर संतकबीर नगर के खलीलाबाद में रह रहे म्यांमार के एक नागरिक को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए रोहिंग्या युवक का नाम अजीजुल हक है। वह पहचान बदलकर न सिर्फ यहां रह रहा था। बल्कि फर्जी तरीके से मूल दस्तावेज भी बनवा लिए थे।
एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि इस मामले में गिरफ्तार किए गए अजीजुल हक के बारे में यूपी एटीएस को अहम जानकारी मिली थी। जिसके बाद एटीएस ने योजना बनाकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। उन्होंने बताया कि अजीजुल मूल रूप से म्यांमार का रहने वाला है। वह 2001 में बांग्लादेश के रास्ते भारत आया था।
अजीजुल हक ने खुद को अनाथ बताया था। जिसपर इन लोगों को दया आ गई और अपने साथ खलीलाबाद लेते आए। बदरे आलम ने इसका नाम राशन कार्ड पर दर्ज करवा लिया। इसकी मदद से अजीजुल हक ने अन्य दस्तावेज पासपोर्ट और आधार कार्ड बनवा लिए। पूछताछ में पता चला है कि भारत में बनवाए गए पासपोर्ट से वह दुबई की यात्रा भी कर चुका है।