नई दिल्ली। शनिवार की सुबह एक नई उम्मीद लेकर आई है। देश ही नहीं दुनियाभर के देशों में एक नए सवेरे की आशा जगी है। देर न करते हुए आपको बता दें कि शनिवार को वैक्सीनेशन का मंगल कार्य आरम्भ हो गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में वीडियों काॅन्फ्रेंहसिंग के जरिए इस शुभ कार्य की शुरुआत की जिसका पूरे देश को बेसबरी से इंतजार था। एक तरफ वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत हुई वहीं दूसरी और दिन ढलने से पहले ही वैक्सीन पर राजनीति शुरु हो गई। आपको बतादें कि टीकाकरण के पहले ही दिन वैक्सीन को लेकर कुछ नेताओं ने सवाल खड़े करने शुरु कर दिए हैं।
एक तरफ वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत हुई वहीं दूसरी और दिन ढलने से पहले ही वैक्सीन पर राजनीति शुरु हो गई। आपको बतादें कि टीकाकरण के पहले ही दिन वैक्सीन को लेकर कुछ नेताओं ने सवाल खड़े करने शुरु कर दिए हैं।
सबसे पहले वैक्सीन पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने पूछा कि किसी मंत्री ने टीका क्यों नहीं लगवाया। इसी के साथ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने डॉक्टरों, वैज्ञानिकों की क्षमता पर सवाल नहीं है लेकिन केंद्र सरकार बताए कि गरीबों को वैक्सीन कब मिलेगी। आपको बता दें कि देश के कई विपक्षी नेता केंद्र सरकार से फ्री कोरोना का टीका लगवाने की मांग कर रहे हैं। हालांकि पहले चरण में लगने वाले 3 करोड़ टीकों का खर्च खुद भारत सरकार उठाएगी यह बात आज अभियान के शुभारम्भ में पीएम मोदी ने साफ कर दी थी। लेकिन बाकी चरणों में टीका फ्री मिलेगा या नहीं इसको लेकर अभी स्थिति साफ नहीं हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तो यहां तक कह दिया कि यदि केद्र सरकार टीका फ्री नहीं देगी तो दिल्ली की जनता को दिल्ली सरकार अपने खर्चे पर फ्री वैक्सीन लगवाएगी।
इसी के साथ आपको बतादें कि अरविंद केजरीवाल एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन को लेकर लोग खुश हैं। इसी के साथ केजरीवाल ने अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की और बताया कि दिल्ली में रोजाना 8100 लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा।