कोरोना वायरस से लड़ने के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने बीते दिन बड़ा एलान किया. डीसीजीआई ने सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी. ऐसे में एक साथ दो टीकों को मंजूरी देने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है. जानकारी के मुताबिक, इस अभियान में 30 मिलियन लोगों को पहले चरण में COVID-19 वैक्सीन लगेगी.
जहां इस एलान से लोगों के दिलों में एक उम्मीद जागी है कि अब कोरोना से निजात मिलेगा. वहीं अब राजनीति भी इस मसले पर शुरू हो गई है. दरअसल, बिहार में कांग्रेस के नेता अजीत शर्मा ने वैक्सीन को लेकर एक बयान दिया है जो सुर्खियां बन गया है. आपको बता दें अजीत शर्मा बिहार के भागलपुर सीट से विधायक हैं.
‘पहले पीएम मोदी लगवाएं वैक्सीन’
कांग्रेस नेता अजीत शर्मा ने कहा कि जिस तरह रूस और अमेरिका के राष्ट्राध्यक्षों ने पहले वैक्सीन लिया है, वैसे ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के बड़े नेता कोरोना की वैक्सीन पहले लगवाएं. उन्होंने कहा कि ऐसा करने से वे जनता का विश्वास आसानी से जीत सकेंगे.
शशि थरूर ने भी साधा निशाना
तिरूवनंतपुरम से सांसद कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्वीट करते हुए कहा कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल अभी तक पूरा नहीं हुआ है. ऐसे में कोवैक्सीन को समय से पहले मंजूरी देना खतरनाक हो सकता है. डॉ. हर्षवर्धन को इस पर अपना स्पष्टीकरण देना चाहिए. कोरोना वैक्सीन का ट्रायल पूरा होने तक इसके उपयोग से बचा जाना चाहिए. भारत को इस दौरान एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन का इस्तेमाल करना चाहिए.
The Covaxin has not yet had Phase 3 trials. Approval was premature and could be dangerous. @drharshvardhan should please clarify. Its use should be avoided till full trials are over. India can start with the AstraZeneca vaccine in the meantime. https://t.co/H7Gis9UTQb
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) January 3, 2021