नई दिल्ली।नोटबंदी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निरंतर चुप्पी और सदन में अनुपस्थिति के खिलाफ विरोध तेज करते हुए बुधवार को विपक्षी दलों के सदस्य संसद भवन के बाहर गांधी प्रतिमा के समक्ष एकजुट हुए। वाम मोर्चा और आम आदमी पार्टी (आप) को छोड़कर 13 विपक्षी पार्टियों ने संसद में गांधी की प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन करते हुए नोटबंदी के मुद्दे पर जवाब मांगा।प्रदर्शकारियों में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के नेता भी शामिल थे।वाम मोर्चा प्रदर्शन में शामिल नहीं हुआ। उसने दिन में अलग से प्रदर्शन की बात कही है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के नेता डी. राजा ने संवाददाताओं से कहा कि यदि मोदी विपक्ष के प्रश्नों के जवाब नहीं देते तो ‘राष्ट्रपति के पास जाना ही आखिरी विकल्प’ होगा।कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, 70 लोगों की जान जा चुकी है। क्या यह छोटी सी बात है?