नई दिल्ली। कृषि कानून के विरोध में किसान आंदोलन को आज 30वां दिन है। किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के चारों ओर डेरा डाले हुए हैं। इसके साथ ही किसान आंदोलन का सभी विपक्षी दल पुरजोर समर्थन कर रहे हैं। और सरकार से कृषि कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इसी बीच कल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रपति से मिलकर 2 करोड़ हस्ताक्षर वाला ज्ञापन सौंपा था। इसी बीच आज केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने कृषि कानूनों को लेकर राहुल गांधी से एक सवाल पूछा है। निर्मला ने कहा कि मैं राहुल गांधी से यह पूछना चाहती हूं कि क्या किसान के हित में इन नीतियों को कांग्रेस ने 2019 के चुनावी घोषणा पत्र में शामिल नहीं किया था।
इन नीतियों को कांग्रेस ने 2019 के चुनावी घोषणा पत्र में शामिल नहीं किया था- निर्मला
बता दें कि कृषि क्षेत्र में नए सुधार संबंधी तीन कानूनों के विरोध में करीब एक महीने से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इसके आसपास आकर हजारों की तादाद में किसान लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। इन प्रदर्शनकारी किसानों में अधिकतर पड़ोसी राज्य पंजाब और हरियाणा से हैं जो तीन कृषि कानूनों की वापसी की अपनी जिद पर अड़े है। कांग्रेस समेत विपक्षी दलों की तरफ से भी इन कानूनों को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला जा रहा है। इस बीच केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मैं राहुल गांधी से यह पूछना चाहती हूं कि क्या किसान के हित में इन नीतियों को कांग्रेस ने 2019 के चुनावी घोषणा पत्र में शामिल नहीं किया था। वे इसलिए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं क्योंकि इन सुधारों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लागू किया है, ना कि उनकी तरफ से। केन्द्रीय वित्त मंत्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों को संबोधित कर यह साफ कर दिया है कि सरकार उन लोगों के साथ बातचीत को तैयार है जिनके मन में तीन नए कृषि कानूनों को लेकर सवाल हैं। मुझे उम्मीद है कि अब प्रदर्शनकारी किसानों की तरफ से सरकार से इस बारे में बातचीत की जाएगी।