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मिर्जापुर भाग-2 के सामने चुनौतियां, जानें क्या भाग-1 को छोड़ पाई पीछे

मिर्जापुर

वेब सीरीज की दुनिया ने एक अलग ही प्रकार का सिनेमा बना दिया हैं। जहाँ पर आए दिन कोई न कोई नई वेब सीरीज रिलीज़ की जाती हैं। जहां पर 2018 में आई मिर्जापुर (#Mirzapur Part-1) ने एक ऐसी छाप छोड़ी जो आज भी वैसी ही बनी हुई हैं अब इस कहानी को आगे बढ़ाते हुए एक ऐसा अध्याय जोड़ा गया हैं जिसका दर्शकों को काफी समय से इंतजार था। मिर्जापुर का भाग-2 आने से पहले ही काफी चर्चा में था। अब मिर्जापुर का भाग-2 हम सबके बीच हैं।

मिर्जापुर भाग-2 के सामने बड़ी चुनौती

मिर्जापुर (#Mirzapur Part-1) भाग-1 कितने प्रतिशत वास्तविक थी और कितनी काल्पनिक, लेकिन पहला भाग वास्तविकता के दर्शन कराने में कामयाब रहा था। पहले भाग में लेखक अपने लेखन से यह महसूस कराने में कामयाब रहे कि यह असल ही हैं। कई सीन (फिल्मांकन) गैंग्स ऑफ वासेपुर से “प्रेरित” थे, लेकिन यह इतना बड़ा मुद्दा नहीं था। वास्तव में जो स्तर सेक्रेड गेम्स ने स्थापित किया, उसे मिर्जापुर भाग-1 और आगे लेकर गया था। किसी भी सीक्वल (अगले बनने वाले हिस्से) के सामने एक ही बड़ी चुनौती होती हैं। इसे अगले स्तर पर लेकर जाना। फिर चाहे इसे यशराज बैनर बनाए या कोई भी और शख्स। अगर पहले शतक जड़ा है, तो फिर से दोहरे शतक में तब्दील करना ही चुनौती होती हैं।

मिर्जापुर भाग-1 का अपना जलवा कायम

मिर्जापुर भाग-2 (#Mirzapurseaosn2) मिर्जापुर भाग-1 (#Mirzapur Part-1) से कुछ कमतर साबित हुआ हैं। कुछ दिन पहले बेहतरीन प्रोमो ने बहुत ही उम्मीदें जगाई जरूर थी, लेकिन अच्छा प्रोमो और अच्छी फिल्म दो चीजे बिलकुल अलग चीज हैं। बात इसके मिजाज और चरित्र की हो रही थी, तो अभिनय, निर्देशन, बैकग्राउंड म्यूजिक आदि इन पर बात करना बेकार है क्योंकि पहले भाग में इससे जुड़े लोगों ने खुद को न केवल बेहतरीन अंदाज में साबित किया, बल्कि एक स्तर स्थापित करते हुए एक “प्रोडक्ट” में तब्दील कर दिया था।

वास्तविकता रही नदारद

मिर्जापुर भाग-2 शुरुआत से ही नाटकीय होने के चलते यह वास्तिवकता से दूर होता चली गई! बीच-बीच में इसने ट्रैक पर आने की कोशिश जरूर की, लेकिन भरपायी होते नहीं दिखी!! मसलन मुख्यमंत्री के ऑफिस में ही उन्हीं के सामने कमरे में मर्डर कर देना!! क्या भारत में ऐसा होता है, या पहले कभी हुआ है?? साफ लगा कि दृश्य के संदर्भ में लेखक एक ‘फिक्स और “फिल्मी” माइंडसेट’ के साथ आगे बढ़े और रचनात्मकता या अगले स्तर तक ले जाने/मानक स्थापित के लिहाज से वैसा काम नहीं हुआ हुआ, जैसा होना चाहिए था।

इस वेब सीरीज में वास्तविकता नदारद थी और इसी वजह से मिर्जापुर भाग-2 अगले स्तर पर नहीं पहुंच सका। मिर्जापुर भाग-2 खत्म होते-होते निर्माताओं ने कहानी को भाग-3 के मुहाने पर ला खड़ा किया है।

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