कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के अनौपचारिक मीटिंग के बाद बॉर्डर पर तनाव कम करने के प्रयास तेज हो गए हैं। मजदूर दिवस पर मौके पर चुशूल मोलडो सरहद पर चीन की तरफ से स्पेशल बॉर्डर पर्सनल मीटिंग हुई। गौरतलब है कि पिछले हफते दोंनों देशों के नोताओं की मीटिंग के बाद यह इश तरह की पहली बैठक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच भारत-चीन के बीच सीमा पर शांति और संयम बनाए रखने को लेकर सहमति बनी है। दोनों नेता अपनी-अपनी सेनाओं को स्ट्रैटेजिक गाइडेंस जारी करने और शांति बनाए रखने के लिए जरूरी स्ट्रैटेजिक मेकेनिज्म मजबूत करने पर राजी हुए हैं। इस समारोह में दोनों देशों की सेनाएं और उनके परिवार वाले शामिल हुए। खास बात ये कि ये समारोह दोस्ती और सौहार्द्रपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ।
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पट्रोलिंग टीम के विवादित क्षेत्र में गश्त पर जाते समय दोनों पक्ष एक दूसरे को सूचित करेंगे। दोनों पक्ष स्थानीय घटनाओं को सुलझाने के लिए सीमा विवाद को लेकर 2003 में हुए समझौते के तहत काम करेंगे।
सूत्रों का कहना है कि दोनों पक्ष बहुप्रतीक्षित हॉटलाइन स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं। यह बॉर्डर पर्सनल मीटिंग श्रम दिवस के दिन हुई है। समारोह में सैनिकों के परिवार भी शामिल हुए। अरुणाचल प्रदेश के किबिथू में वाचा बॉर्डर पर दोनों पक्षों ने उपहारों का आदान-प्रदान किया।