उत्तराखंड। भारत में लगने वाला देश का सबसे बड़ा कुंभ मेला इस बार हरिद्वार में लग रहा है। जिसको लेकर प्रशासन ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। वहीं कोरोना महामारी का असर इस बार कुंभ मेले पर पेड़ेगा। क्योंकि हर बार मेला चार महीने चलता है, वहीं इस बार यह मेला सिर्फ दो महीने ही चलेगा। इस बार के मेले में सिर्फ चार शाही स्नान को ही रखा गया है। यह मेला इस बार 11 मार्च 2021 से शुरू होकर 27 अप्रैल 2021 तक चलेगा।
कुंभ का आयोजन सिर्फ मार्च और अप्रैल में करने की तैयारी-
बता दें कि अभी तक जनवरी से शुरू होकर अप्रैल तक चलने वाला कुंभ पर्व इस बार सिर्फ मार्च और अप्रैल माह में ही सिमट सकता है। करीब दो माह में सिर्फ चार प्रमुख पर्वों पर ही शाही सवारियों के साथ आये साधु संत और नागा संन्यासी शाही स्नान करेंगे। इस आयोजन के लिए मेला प्रशासन के सामने फरवरी तक तमाम कार्यों को पूरा करने की बड़ी चुनौती है। कुंभ के दौरान बीते वर्षों में स्नान का क्रम 14 जनवरी को पड़ने वाली मकर संक्रांति से शुरू होकर 21 अप्रैल को होने वाली राम नवमी स्नान तक चलता था। इस बार शासन की तरफ से कुंभ का आयोजन सिर्फ मार्च और अप्रैल में करने की तैयारी है। जिसमें सिर्फ 4 शाही स्नानों को शामिल किया गया है। मेलाधिकारी दीपक रावत ने बताया कि कुंभ में 4 ही शाही स्नान होते हैं बाकी स्नान पर्व भी स्नान होते हैं। जिनमें आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या काफी कम रहती है। मेला प्रशासन का फोकस चार बड़े शाही स्नानों पर है। जिनमें काफी अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है।
इन तिथियों पर होंगे शाही स्नान-
महाशिवरात्रि का पहला शाही स्नान 11 मार्च 2021, सोमवती अमावस्या का दूसरा शाही स्नान 12 अप्रैल 2021, बैसाखी का तीसरा शाही स्नान 14 अप्रैल 2021 और चौथा स्नान चैत्र पूर्णिमा को 27 अप्रैल 2021 को संपन्न होगा। इन प्रमुख शाही स्नानों के हिसाब से तैयारियां चल रही हैं।