चीन के बहिष्कार के आह्वान का समर्थन करते हुए, भारतीय उपभोक्ताओं ने इस त्योहारी सीजन में चीन निर्मित उत्पादों को खरीदने से दूरी बनाई रखी. जानकारी के अनुसार, 71 प्रतिशत स्थानीय उपभोक्ताओं ने मेड इन चाइना टैग रखने वाले सामान नहीं खरीदे.
204 जिलों में फैले 14,000 भारतीय उपभोक्ताओं के बीच सामुदायिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म द्वारा किए गए सर्वेक्षण के अनुसार, केवल एक या अधिक चीन निर्मित उत्पादों को खरीदने वाले 29 प्रतिशत उपभोक्ताओं को दिखाया गया है. इनमें से 11 फीसदी खरीद से अनजान थे, जबकि 16 फीसदी खरीदारों को सूचित किया गया था.
जिन उपभोक्ताओं ने इस दिवाली चीनी सामान खरीदा था, 75 प्रतिशत ने कहा कि वे चीन निर्मित वस्तुओं को पसंद करते हैं क्योंकि वे स्थानीय स्तर पर बनाए गए सामानों की तुलना में गुणवत्ता और विशिष्टता के मामले में श्रेष्ठ पाए जाते हैं.
व्यापारियों द्वारा स्थानीय रूप से निर्मित उत्पादों के प्रति बदलाव को भी पंजीकृत किया गया है. देश के प्रमुख उद्योग संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के अनुसार, इस दिवाली चीनी निर्माताओं को अनुमानित नुकसान 40,000 करोड़ रुपये से अधिक हो सकता है.