नए कृषि कानूनों को लेकर किसान संगठनों का धरना जारी है. केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच अभी भी कोई सहमति नहीं बन पाई है. जिसके चलते दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन चल रहा है. सरकार कृषि कानूनों में संशोधन के लिये तैयार है, लेकिन किसान कृषि कानूनों को रद्द करने के मांग कर रहे हैं.
16 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसानों ने केंद्र सरकार से किसी भी तरह का समझौता करने से अब इनकार कर दिया है. केंद्र की तरफ से संशोधन की बात कही गई लेकिन किसानों ने कृषि कानूनों में किसी भी संशोधन से इनकार कर दिया और तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग रखी है. साथ ही किसानों ने सरकार को चेतावनी भी दी है कि अगर सरकार इन कानूनों को वापस नहीं लेती है को आगे किसान अपने आंदोलन को ओर तेज करेंगे.
किसानों पर FIR!
वहीं, बीते 7 दिसंबर को सिंघु बॉर्डर की रेड लाइट पर बैठे किसानों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के सिंघु बॉर्डर की रेड लाईट पर बैठे किसानों पर पुलिस ने FIR दर्ज की है. आपको बता दें 29 नवंबर को लामपुर बॉर्डर से जबरन दिल्ली की सीमा में घुसे किसान सिंघु बॉर्डर की रेड लाइट पर बैठ गए थे, तब से अब तक ऐसे ही रोड ब्लॉक कर बैठे हैं.
इन धाराओं के तहत FIR दर्ज
पुलिस ने किसानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने और महामारी एक्ट और अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है. 7 दिसम्बर को अलीपुर थाने में FIR दर्ज की गई है.