नई दिल्ली। सालभर से जिस घड़ी का इंतजार था वो बस आ ही गई। दिन का नहीं बस कुछ घंटों के बाद देश में टीकाकरण का अभियान शुरु हो जाएगा। भारत ने दो दो स्वदेशी वैक्सीन लाॅंन्च करके दुनिया में खुद को साबित कर दिया है। ऐसे में दुनिया की निगाह भारत की वैक्सीन पर है। आपको बता दें कि वैक्सीन की पहली खेप बांग्लादेश पहुंचेगी। आपको बता दें कि भारत की वैक्सीन विदेशों की वैक्सीन की तुलना में काफी सस्ती है। 300 रुपये से भी कम में वैक्सीन दी जाएगी और कई राज्यों ने तो फ्री वैक्सीन देने का भी वादा किया है। बस अब देश को शनिवार का इंतजार है शनिवार की सुबह खुद प्रधानमंत्री मोदी टीकाकरण अभियान की शुरुआत करेंगे। राजधानी दिल्ली में टीकाकरण को लेकर तैयारियां जोरो पर हैं। इस बीच बीते दिन प्रशासन की ओर से सभी सेंटर्स की जानकारी साझा की गई। दिल्ली में कुल 81 स्थानों पर कोरोना वैक्सीन का टीका लगाया जाएगा। जानकारी के मुताबिक करीब 75 सेंटर्स पर कोविशील्ड वैक्सीन दी जाएगी जबकि बाकी स्थानों पर कोवैक्सीन का टीकाकरण होगा।
इस पूरी प्रक्रिया को कैसे अंजाम दिया जाएगा?
सबसे पहले वैक्सीन के मैन्युफैक्चर इसका उत्पादन करते हैं।
इसके बाद मैन्युफैक्चरर प्राइमरी वैक्सीन स्टोर यानि GMSD डिपो पहुंचती है।
भारत में करनाल, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में 4 बड़े जीएमएसडी डिपो हैं।
इन 4 जगहों पर वैक्सीन मैन्युफैक्चरर एयर ट्रांसपोर्ट के जरिए वैक्सीन की सप्लाई करते हैं।
GMSD डिपो से राज्य वैक्सीन स्टोर तक पहुंचती है।
देश में 41 स्टोरेज प्वाइंट हैं.
यहां से आगे पहुंचाने की जिम्मेदारी राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों की होती है। कोरोना की दवा के रखरखवा से लेकर टीका लगावाने वाले हर शख्स का CoWin एप पर एक डिजिटल रिकॉर्ड भी रखा जाएगा।