नई दिल्ली। कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन को आज 30वां दिन है। किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के चारों ओर डेरा डाले हुए है। इसके साथ ही किसान आंदोलन के समर्थन में दूसरे राज्यों के किसान भी दिल्ली कूच कर रहे हैं। सरकार और किसानों के बीच कई दौर की बातचीत होने के बाद भी कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया है। किसान आंदोलन के समर्थन में आए राहुल गांधी ने बीते कल राष्ट्रपति से मुलाकात कर 2 करोड़ हस्ताक्षर वाला ज्ञापन सौंपा था। जिसके बाद अब राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत का बड़ा बयान सामने आ रहा है। उन्होंने आज शनि शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रपति के ऊपर भारी दबाव है।
मोदी जी के पास साहस नहीं है- अधीर रंजन चौधरी
बता दें कि सीएम गहलोत ने कहा पंजाब, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और पुडुच्चेरी के मुख्यमंत्रियों ने राष्ट्रपति से मिलने का अनुरोध किया। राष्ट्रपति के ऊपर इतना ज्यादा दबाव है कि चार राज्यों के मुख्यमंत्री चाहने के बावजूद भी उनसे नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसा मेरा मानना है। इधर, पीएम मोदी की तरफ से प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना की अगली किश्त शुक्रवार को 9 करोड़ लोगों के खाते में 18 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए। इसके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा- “मोदी जी के पास साहस नहीं है कि वे प्रदर्शनकारी किसानों का सामना करें। सरकार किसानों के खातों में 18 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर की बात कर रही है। लेकिन, मैं यह कहना चाहता हूं कि मध्यस्थकार अभी भी है और पूरी राशि किसानों के पास नहीं पहुंच रही है।
पश्चिम बंगाल में इस योजना से 70 लाख किसानों को फायदा होगा- कृषि मंत्री
वहीं दूसरी तरफ कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने किसान विरोधी प्रदर्शन को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा। तोमर ने कहा कि जो भी लोग किसानों का शुभचिंतक बनकर उन्हें गुमराह कर रहे हैं उन्हें भविष्य में जनता सबक सिखाएगी। कृषि मंत्री ने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल को छोड़कर सभी अन्य राज्य पीएम किसान सम्मान निधि योजना से जुड़े। अब तक 96 हजार करोड़ रुपये किसानों को ट्रांसफर किया जा चुका है। पश्चिम बंगाल में इस योजना से 70 लाख किसानों को फायदा होगा। मैंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इससे जुड़ने के लिए पत्र भी लिखा था।