बरेली। रुहेलखंड में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। प्रदेश महासचिव ब्रह्मस्वरूप सागर ने पार्टी को अलविदा कह दिया है। उनके सपा में शामिल होने की चर्चा है। अपने इस्तीफे में उन्होंने अनुशासनहीनता को पार्टी छोड़ने की वजह बताया है।
ब्रह्मस्वरूप सागर लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे। उन्होंने बसपा के कद्दावर नेता नसीमुददीन सिद़दीकी के साथ कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी। सागर कांग्रेस के टिकट पर शाहजहांपुर लोकसभा से चुनाव भी लड़े थे।
ब्रहृमस्वरूप सागर सपा में लंबे समय तक सक्रिय रहे थे। उनके पास सपा में जिला सचिव समेत तमाम अहम पद रहे थे। 2007 के विधानसभा चुनाव से पहले वह जिलाध्यक्ष वीरपाल सिंह यादव से खींचतान के चलते बसपा में चले गए थे।
बसपा में उनके पास महानगर अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष से लेकर मंडल व जोनल कोऑर्डिनेटर तक की जिम्मेदारी रही। कांग्रेस में शामिल होने के बाद उन्हें प्रदेश महासचिव बनाया गया था। अपने इस्तीफे में उन्होंने कहा कि वह पार्टी में बढ़ती अनुशासनहीनता से परेशान होकर इस्तीफा दे रहे हैं।
अखिलेश समेत तमाम नेताओं से हैं करीबी संबंध
लंबे समय तक सपा में रहे ब्रह्मस्वरूप सागर के सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत तमाम नेताओं से करीबी संबंध हैं। उनके कांग्रेस छोड़ने के बाद सपा में अटकलों का दौर तेज हो गया है। इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि सपा आने वाले वक्त में उन्हें किसी विधानसभा से मैदान में उतार सकती है।