मुंबई। नवाजुद्दीन सिद्दीकी अपनी फिल्म “ठाकरे” को लेकर चर्चा में हैं। शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे के जीवन पर आधारित फिल्म को लेकर वे काफी उत्साहित भी हैं। उन्होंने यहां तक कहा कि ठाकरे का रोल उनके 25 साल के करियर में किए गए संघर्ष का फल है। नवाज इससे पहले भी दशरथ मांझी के जीवन पर “मांझी द माउंटेन मैन” और मशहूर लेखक सआदत हसन मंटो के जीवन पर “मंटो” जैसी बायोपिक फ़िल्में कर चुके हैं।
बता दें कि ठाकरे बायोपिक में काम करने और सबसे मुश्किल सीन को लेकर नवाज ने एक इंटरव्यू में बात की। शिवसेना के मुखपत्र सामना में छपे एक इंटरव्यू में नवाजुद्दीन ने कहा कि “ठाकरे पर उनके तीखे भाषणों के लिए कई मुकदमे हुए। उन पर जब एक कोर्ट केस हुआ था तो वो सीन करना मेरे लिए चुनौती थी। यह सीन मिनटों का एट-ए-स्ट्रेच है जिसे एक ही वक्त में शूट करना था। लेकिन स्क्रीन पर इसे टुकड़ों में दिखाया जाएगा। ये सीन मेरे लिए बेहद चुनौतीपूर्ण था।