नई दिल्ली। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने राज्यसभा सांसद होने के नाते आज सदन में अपना पहला भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने जहां केंद्र की सत्ता पर काबिज मोदी सरकार की जमकर तारीफ की तो वहीं कांग्रेस को आड़े हाथ लिया। अमित शाह ने अपने पहले भाषण में राज्यसभा में कांग्रेस की सरकार के दौरान हुए घोटालों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि देश की जनता ने इन्हें हराया है और आजादी के बाद किसी गैर कांग्रेसी दल को पूर्ण बहुमत मिला है। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ये बहुमत मिला, जोकि बीजेपी को मिला है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिला,लेकिन हमने एनडीए को सरकार में शामिल किया।
उन्होंने कहा कि जब नरेंद्र मोदी को एनडीए का नेता चुना गया तब उन्होंने कहा था कि ये सरकार गरीबों की सरकार होगी, दलितों की सरकार होगी और दीन दयाल उपाध्याय के सिद्धांत पर चलेगी। उन्होंने कहा था कि हमारी सरकार अत्योंदल के सिद्धांत पर चलने वाली सरकार होगी। शाह ने कहा कि सरकार ने सौभाग्य योजना की शुरुआत की और गरीबों के घरों को रोशन किया। हमारी सरकार आने से पहले 18 हजार गांवों में बिजली नहीं थी। देश के 16 हजार गांवों को 21वीं सदी में मोदी लेकर आए। पीएम के पकौड़ा बनाने वाले बयान का बचाव करते हुए अमित शाह ने कहा कि पकौड़ा बनाना कोई शर्म की बात नहीं है।
अमित शाह ने कहा कि मैं मानता हूं कि देश में बेरोजगारी है। मेहनत से मजदूरी करना बेरोजगारी से बेहतर। उन्होंने सरकार की योजना के लेकर कहा कि सरकार आयुष्मान योजना का शुभारंभ करेगी, जिससे 50 करोड़ लोगों को स्वास्थ्य बीमा मिलेगा। गौरतलब है कि पिछले सत्र में शाह जीएसटी पर बोलना चाहते थे लेकिन तीन तलाक बिल पर विपक्ष के हंगामे और गतिरोध के चलते उन्हें मौका नहीं मिल सका था। इसके बाद केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर ने कहा था कि जीएसटी पर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह पहली बार बोलने वाले थे, लेकिन विपक्ष में हंगामे के चलते नहीं बोल पाए। जावेडकर ने कहा था कि शाह 6 साल के लिए अभी राज्यसभा में हैं, बहुत मौके होंगे जब वे बोलेंगे और कांग्रेस पर प्रहार करेंगे।